Rajya Sabha polls: राजस्थान में राज्यसभा की चार सीटों और हरियाणा में 2 सीट के लिए 10 जून को मतदान है। चुनाव की तारीख नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक गतिविधियां जोर पकड़ती जा रही हैं। सत्तारूढ़ कांग्रेस ने अपने व अपने समर्थक विधायकों को उदयपुर भेजने का फैसला किया है।
इस बीच, हरियाणाकांग्रेस के 28 विधायक सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के आवास दिल्ली पर पहुंच गए हैं। हरियाणा कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल ने कहा कि 28 विधायक 'चिंतन और प्रशिक्षण शिविर' के लिए जा रहे हैं। 28 विधायकों में से विधायक किरण चौधरी और दो अन्य भी बाद में हमसे जुड़ेंगे।
विवेक बंसल ने बताया," सभी विधायक पहुंचेंगे। हम सभी जहां जाएंगे वो आपको पता चल जाएगा। सभी एकजुट हैं।" सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के आवास पर पहुंचे हैं। बस यहीं है, हम सब कहीं जाएंगे लेकिन मंजिल तो बाद में पता चलेगी। सभी विधायक एकजुट हैं। कोई विधायक नाराज नहीं है।
दिल्ली में कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सभी विधायक वहां (छत्तीसगढ़) जाएंगे। मैं बीजेपी से कहना चाहता हूं कि वह अपने हरियाणा के विधायकों को सुरक्षित रखे। राज्यसभा चुनाव के मद्देनज़र कांग्रेस अपने विधायकों को राज्य से बाहर ले जाने के सवाल पूछे जाने पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि खेल की भावना में सब काम हो जाता है।
भाजपा उम्मीदवार कृष्ण लाल पंवार और कांग्रेस पार्टी के अजय माकन ने मंगलवार को राज्यसभा चुनाव के लिए हरियाणा से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। अधिकारियों ने बताया कि कांग्रेस के पूर्व नेता विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा ने भी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया हैं।
हरियाणा से राज्यसभा की दो सीटें अगस्त में खाली हो जाएंगी क्योंकि भाजपा के समर्थन से निर्दलीय चुने गए मीडिया दिग्गज सुभाष चंद्रा और भाजपा नेता दुष्यंत गौतम का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा।जननायक जनता पार्टी (जजपा) के प्रमुख अजय सिंह चौटाला ने कहा कि उनकी पार्टी के 10 विधायक निर्दलीय के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल करने वाले कार्तिकेय शर्मा का समर्थन करेंगे।
हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में, भाजपा के पास 40 जबकि कांग्रेस के पास 31 विधायक हैं। भाजपा की सहयोगी जजपा के पास 10 विधायक हैं, जबकि इंडियन नेशनल लोक दल और हरियाणा लोकहित पार्टी के एक-एक और सात निर्दलीय विधायक हैं। नाम वापस लेने की आखिरी तारीख तीन जून है। राज्यसभा की दो सीटों के लिये मतदान 10 जून को होगा।
राजस्थान से राज्यसभा की चार सीटों के लिए अब कुल पांच प्रत्याशी मैदान में हैं जिनमें कांग्रेस के तीन, भाजपा का एक व एक निर्दलीय उम्मीदवार है। मतदान 10 जून को होगा। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने बताया कि सभी विधायकों को उदयपुर पहुंचने के लिये कहा गया है। कुछ विधायक आज ही उदयपुर के लिए रवाना हो रहे हैं जबकि कुछ बृहस्पतिवार को जाएंगे।
कांग्रेस के साथ-साथ कांग्रेस सरकार का समर्थन कर रहे निर्दलीय व अन्य विधायक भी उदयपुर जा रहे हैं। ये विधायक उदयपुर के उसी होटल में रुकेंगे जहां पिछले महीने कांग्रेस का नव संकल्प चिंतन शिविर हुआ था। कांग्रेस ने राज्यसभा से पहले अपने विधायकों को एक जगह रखने का फैसला मीडिया कारोबारी सुभाष चंद्रा के निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल करने के एक दिन बाद आया है। चंद्रा वर्तमान में हरियाणा से राज्यसभा के सदस्य हैं और उनका कार्यकाल एक अगस्त को समाप्त होने जा रहा है। इस चुनाव में भाजपा उनका समर्थन कर रही है।
कांग्रेस ने मुकुल वासनिक, प्रमोद तिवारी और रणदीप सिंह सुरजेवाला को मैदान में उतारा है जबकि भाजपा ने पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी को उम्मीदवार बनाया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को निर्दलीय उम्मीदवार चंद्रा को समर्थन देने के भाजपा के कदम को ‘खेल’ बताते हुए कहा था कि पार्टी खरीद फरोख्त में शामिल होना चाहती है। संख्या बल के हिसाब से राजस्थान की 200 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस अपने 108 विधायकों के साथ दो सीटें व भाजपा 71 विधायकों के साथ एक सीट आराम से जीत सकती है।
दो सीटों के बाद कांग्रेस के पास 26 अधिशेष व भाजपा के पास 30 अधिशेष वोट होंगे। एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 41 वोट चाहिए। सत्तारूढ़ कांग्रेस के नेताओं को उम्मीद है कि सरकार का समर्थन कर रहे अन्य दलों के विधायकों व निर्दलीय विधायकों के समर्थन से वह तीसरी सीट जीत जाएगी। गहलोत व कांग्रेस के उम्मीदवारों ने राज्य के 13 में से 10 निर्दलीय विधायकों से मंगलवार को मुलाकात की थी।
(इनपुट एजेंसी)