Rajya Sabha Election 2024: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट से इस्तीफा देंगी! कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी बुधवार को राजस्थान से राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल आज कर रही हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक सोनिया गांधी ने स्वास्थ्य कारणों से राज्यसभा में जाने का फैसला किया है। अपने लोकसभा क्षेत्र का नियमित दौरा करना मुश्किल हो रहा था। नामांकन दाखिल के समय राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे मौजूद रहेंगे। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 15 फरवरी है। राज्यसभा चुनाव 27 फरवरी को होना है। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी के राज्यसभा से नामांकन का स्वागत किया और कहा कि सोनिया हमेशा राजस्थान से जुड़ी रही हैं। हम कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा उम्मीदवार के रूप में सोनिया गांधी जी की घोषणा का हार्दिक स्वागत करते हैं, जिन्होंने प्रधान मंत्री का पद त्याग दिया।
सोनिया गांधी 1999 से लगातार लोकसभा सदस्य हैं और वर्तमान में उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। वह अमेठी से भी लोकसभा सदस्य रह चुकी हैं। यह पहली बार होगा कि वह संसद के उच्च सदन में जाएंगी। वह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बाद राज्यसभा में प्रवेश करने वाली गांधी परिवार की दूसरी सदस्य होंगी।
इंदिरा गांधी अगस्त, 1964 से फरवरी 1967 तक उच्च सदन की सदस्य थीं। राज्यसभा जाने की स्थिति में इस बात की प्रबल संभावना है कि सोनिया गांधी आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। सोनिया गांधी ने 2019 में घोषणा की थी कि यह उनका आखिरी लोकसभा चुनाव होगा। उनके साथ पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी थे।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और कुछ अन्य नेताओं ने हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी की। सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी आज सुबह करीब 11 बजे नामांकन दाखिल करेंगी। उनके नामांकन दाखिल करने से पहले गहलोत ने कहा कि सोनिया गांधी का राजस्थान के साथ दिल से जुड़ाव रहा है।
गहलोत ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट किया कि जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने थे तब सोनिया जी उनके साथ आदिवासी बाहुल्य जिलों के दौरे पर आईं थीं। राजस्थान में अकाल के समय प्रधानमंत्री के रूप में राजीव गांधी ने तीन दिन तक स्वयं गाड़ी चलाकर कर अकाल प्रभावित नौ जिलों का दौरा किया था तब भी सोनिया जी उनके साथ रहीं।
गहलोत ने कहा, ‘‘मेरे प्रथम कार्यकाल में जब चार बार भयंकर अकाल-सूखे का सामना करना पड़ा तब सोनिया जी ने अकाल राहत के कार्यों का जायजा लेने के लिए अनेकों जिलों के कई दौरे किए जिन्हें राजस्थान की जनता अभी भी नहीं भूली है।’’
उनके मुताबिक, संप्रग सरकार के समय राजस्थान में रिफाइनरी, मेट्रो जैसी बड़ी परियोजनाएं लाने एवं केन्द्र से सहयोग राशि दिलवाने के लिए सोनिया गांधी ने राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की प्रमुख के रूप में हमेशा राजस्थान के हितों की मजबूती से पैरवी की। उन्होंने कहा, "आज उनके राजस्थान से राज्यसभा उम्मीदवार के तौर पर घोषणा होना पूरे प्रदेश के लिए खुशी की बात है और पुरानी यादें भी ताजा हो गई हैं।"