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राजस्थान कैबिनेट से बर्खास्त किए जाने के बाद बोले राजेंद्र गुढ़ा- "सच बोलने की मिली सजा"

By मनाली रस्तोगी | Updated: July 22, 2023 07:19 IST

राजस्थान के पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा, "लेकिन राजस्थान में दिन-ब-दिन महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं...महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में यह राज्य नंबर वन बन गया है...हमें आत्ममंथन करने की जरूरत है, नहीं तो हम लोगों का सामना कैसे करेंगे? मैंने बस इतना ही कहा था।"

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ठळक मुद्देराजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि मुझे सच बोलने की सजा मिली।उन्होंने कहा कि उन्हें उदयपुरवाटी में महिलाओं ने इसलिए चुना है ताकि वह उनकी रक्षा कर सकें और उनका सम्मान बरकरार रख सकें।ढ़ा सैनिक कल्याण, होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा, पंचायती राज और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री (MoS) के रूप में कार्यरत थे।

जयपुर: राजस्थान के पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने शुक्रवार को कहा कि वह हमेशा सच के लिए खड़े रहने वाले व्यक्ति हैं और उन्हें सच बोलने की सजा मिली है। विधानसभा में उनके बयानों के लिए गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा राज्य मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने के बाद उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की।

राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा, "मैं हमेशा सच बोलता हूं, मैं वही हूं...मुझे सच बोलने की सजा मिली।" उन्होंने कहा कि उन्हें उदयपुरवाटी में महिलाओं ने इसलिए चुना है ताकि वह उनकी रक्षा कर सकें और उनका सम्मान बरकरार रख सकें। 

एएनआई के अनुसार, उन्होंने कहा, "लेकिन राजस्थान में दिन-ब-दिन महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं...महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में यह राज्य नंबर वन बन गया है...हमें आत्ममंथन करने की जरूरत है, नहीं तो हम लोगों का सामना कैसे करेंगे? मैंने बस इतना ही कहा था।"

उन्होंने आगे कहा, "ऐसा बयान देकर मैंने कोई अपराध नहीं किया...मैंने राज्य सरकार को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।' जब भी कोई समस्या आई तो मैं हमेशा अशोक गहलोत के साथ खड़ा रहा।" राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में राज्य सरकार की आलोचना करने के कुछ ही घंटों बाद राजेंद्र गुढ़ा को राज्य मंत्री पद से हटा दिया।

पीटीआई के अनुसार, राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा, "जिस तरह से हम राजस्थान में महिलाओं को सुरक्षा देने में विफल रहे हैं और महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं, ऐसे में हमें मणिपुर का मुद्दा उठाने की बजाय आत्ममंथन करना चाहिए।" गुढ़ा सैनिक कल्याण, होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा, पंचायती राज और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री (MoS) के रूप में कार्यरत थे।

टॅग्स :अशोक गहलोतराजस्थान
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