राजस्थान की राजधानी जयपुर के कुछ इलाकों में असामाजिक तत्वों द्वारा सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के प्रयासों के मद्देनजर 19 अगस्त 2019 से 21 अगस्त 2019 तक 10 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू की गई।
इन इलाकों में मोबाइल और इंटरनेट सेवा पहले से ही बंद है। राजस्थान के पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र सिंह ने बताया था कि तनाव और उपद्रव प्रभावित इलाकों में जरूरी एहतियाती कदम उठाते हुए अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं। पुलिस अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
उन्होंने कहा, 'दस थाना क्षेत्रों में पांच दिन के लिए धारा 144 लगाई गई है। पिछले तीन दिन में उपद्रव की घटनाओं के सिलसिले में पांच मामले दर्ज किए गए हैं। अब तक कुल 15 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। अन्य शरारती तत्वों की गिरफ्तारी भी शीघ्र की जाएगी।'
उन्होंने यह भी बताया था कि मौजूदा हालात को देखते हुए इस बार नियमित बंदोबस्त के अलावा भी उपाय किए गए हैं। इसके साथ ही सिंह ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। उल्लेखनीय है कि जयपुर के गलता गेट, ईदगाह सहित कुछ इलाकों में सोमवार रात दो समुदायों में तनाव और पत्थरबाजी की घटनाएं हुई थीं। मंगलवार को दिन में हालात सामान्य रहे, लेकिन रात में शहर के गंगापोल इलाके में फिर तनाव हो गया।
पथराव की घटना के बाद चारदीवारी और आसपास के 10 थाना क्षेत्रों में पांच दिन के लिए धारा 144 लगा दी गयी। इन थाना क्षेत्रों में मोबाइल और इंटरनेट सेवा सोमवार रात से ही बंद है। पुलिस ने सरकारी काम में बाधा पहुंचाने और पुलिस पर हमला करने के कई मामले दर्ज किए हैं। इसके अलावा उसने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले कुछ लोगों को भी चिह्नित किया है।