राजस्थान के जालोर में कोरोना टीका लगाने गई वैक्सीनेशन टीम से भिड़ीं महिलाएं, बोलीं- हाथ लगाया तो छोड़ूंगी नहीं; कुछ डर से रोने भी लगीं
By आजाद खान | Published: December 29, 2021 12:52 PM2021-12-29T12:52:21+5:302021-12-29T12:58:25+5:30
जलोर के एक गांव में घुमंतू परिवार के लोगों ने कोरोना के वैक्सिन लेने से साफ इंकार कर दिया है। ऐसा कहा जा रहा है कि ये लोग पहला डोज भी नहीं लिए हैं।
भारत: राजस्थान के जालोर में वैक्सिन लगाने पहुंचे हेल्थ वर्कर्स को महिलाओं का गुस्सा और धमकी झेलनी पड़ रही है। जी हां, मेडिकल टीम ने जब एक गांव में गई तो वहां पर मौजूद लोगों ने टीका लगाने से इंकार कर दिया। कुछ महिलाएं हेल्थ वर्कर्स को देखते ही भाग खड़ी हो गई तो कुछ ने उनको हाथ भी लगाने से मना कर दिया। हेल्थ वर्कर्स का कहना है कि उनके साथ मारपीट भी की गई है। लेकिन इन सब के बीच, हेल्थ वर्कर्स का दावा है कि गांव के एक भी लोग ने उनके द्वारा वैक्सिन नहीं लगवाया है। हेल्थ वर्कर्स ने यह भी कहा कि उन लोगों ने गांव वालों के हाथ-पैर भी जोड़ा कि कोरोना का खतरा फिर से बढ़ रहा है वैक्सिन ले लें, लेकिन उन लोगों ने हेल्थ वर्कर्स की एक भी बात नहीं सुनी।
हेल्थ वर्कर्स के साथ गांव वालों ने किया बहस
मामले में हेल्थ वर्कर्स का कहना है कि जलोर के एक गांव में 10 घुमंतू परिवार के लोग रहते हैं। जब वे लोग उन लोगों को वैक्सिन लगवाने के लिए उनके घर पहुंचे तो वहां मौजूद महिलाओं ने टीका लेने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि उनकी बात सुनकर एक महिला उठकर अपने घर चली गई तो एक दूसरी एक महिला ने उन्हें साफ मना कर दिया। इसके बाद हेल्थ वर्कर्स एक और महिला के पास गए और वैक्सिन लेने का गुहार लगाया, इस पर महिला भड़क गई और धमकी देने लगी। हेल्थ वर्कर्स का आरोप है कि महिला ने उसे धमकी देते हुए कहा कि अगर हाथ भी लगाएगा तो मैं तुम्हें नहीं छोड़ोंगी।
जिले में करीब 3 लाख लोग बिना वैक्सिन के
सरकार के मुताबिक, पूरे जालोर जिले करीब 3 लाख लोग ऐसे हैं जिन्होंने अभी तक टीका का एक भी डोज नहीं लिया है। आंकड़े बताते हैं कि जिले में 18 साल से ज्यादा उम्र के 13.75 लाख लोगों को वैक्सीनेशन करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन इसमें 3 लाख लोग ऐसे हैं जिन्होंने अभी तक एक भी डोज नहीं लिया है। ऐसे कोरोना के बढ़ते मामलों ने इस बात की चिंता और बढ़ा दी है कि राज्य में अगर कोविड का विस्फोट हुआ तो एक बहुत बड़ी आबादी को इसका नुकसान हो सकता है।