अब राजस्थान में शुरू हुआ नाम बदलने का उपक्रम, 'मियां का बाड़ा' को बना दिया 'महेशनगर'
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 9, 2018 09:17 PM2018-08-09T21:17:08+5:302018-08-09T21:17:08+5:30
उत्तर प्रदेश के मुगलसराय रेलवे स्टेशन का बदलने का मामला शांत नहीं हुआ था कि बदल दिया गया राजस्थान के एक गांव का नाम।
जयपुर, 9 अगस्तः राजस्थान के बाड़मेर जिले में स्थित 'मियां का बाड़ा' गांव अब महेश नगर के नाम से जाना जाएगा। यह सिर्फ मियां का बाड़ा का किस्सा नहीं है जालोर का नरपाड़ा और झुंझनू जिले का इस्माइलपुर गांव का नाम भी बदल दिया गया है। राज्य सरकार ने इन गांवों के नाम बदलने के प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास भेजा था। केंद्र सरकार ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया और इनका नाम बदल दिया गया। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुलग सराय स्टेशन का नाम बदलकर दीन दयाल उपाध्याय कर दिया है। इसके बाद काफी हंगामा मचा था। इसी तरह जालोर का नरपाडा अब नरपुरा तथा झुंझनू जिले का इस्माइलपुर अब पिछनवा खुर्द के नाम से जाना जाएगा।
राजस्थान के बाड़मेर जिले में 'मियां का बाड़ा' की आबादी 2000 की है। यहां कुल 250 घर हैं। जिसमें से कुल 4 अल्पसंख्यक समुदाय परिवार हैं। दोनों समुदाय के लोग आपसी सौहाद्र के साथ रहते हैं। एक अधिकारी के मुताबिक, स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी कि गांव के नाम की वजह से युवाओं के लिए शादी के रिश्ते नहीं आ रहे हैं। 1 अगस्त को जारी हुए सरकारी आदेश के मुताबिक “अब यह गांव अपने बदले हुए नाम यानी महेश नगर के नाम से जाना और पहचाना जाएगा।”
कुछ दिन पहले राजस्थान सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से 27 गांवों के नाम बदलने की अनुमति मांगी थी। जिनमें से आठ गांवों के नाम बदलने की मंजूरी मिल गई। अधिकतर मुस्लिम नाम वाले गांव है। जिनका नाम बदला गया है। गांवों, कस्बों, शहरों, रेलवे स्टेशन और सार्वजनिक स्थानों के नाम परिवर्तन के प्रस्तावों की जांच व देख-रेख के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय नोडल एजेंसी है।
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