Rajasthan By Election Result 2019: मंडावा सीट से कांग्रेस और खींवसर से RLP ने मारी बाजी, जानें किसको कितना मिला वोट
By धीरज पाल | Published: October 24, 2019 12:06 PM2019-10-24T12:06:53+5:302019-10-24T17:17:23+5:30
कांग्रेस ने मंडावा विधानसभा सीट पर पूर्व विधायक और दिवंगत कांग्रेस नेता रामनारायण चौधरी की बेटी रीटा चौधरी को तथा खींवसर विधानसभा सीट पर पूर्व मंत्री हरेन्द्र मिर्धा को चुनाव मैदान में उतारा था। वहीं दूसरी ओर भाजपा ने अपनी स्थिति को मजबूत बनाने के लिये मंडावा विधानसभा सीट पर हाल ही में पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वाली सुशीला सिगड़ा को टिकट दिया था। राजस्थान उपचुनाव 2019 नतीजों से जुड़ी हर अपडेट्स यहां जानें...
जस्थान में विधानसभा की दो सीटों के लिए हुए उपचुनाव में एक सीट सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने जीती जबकि एक सीट राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के खाते में गयी है। राज्य की मंडावा (झुन्झुनूं) सीट पर कांग्रेस की रीटा चौधरी 33 हजार 704 मतों से विजयी रहीं।
उन्होंने भाजपा की सुशीला सीगड़ा को हराया। रीटा को 94 हजार 196 वोट व सुशीला को 60 हजार 492 वोट मिले। वहीं खींवसर सीट पर आरएलपी के नारायण बेनीवाल जीते। बेनीवाल ने कांग्रेस के हरेंद्र मिर्धा को 4630 मतों से हराया। बेनीवाल को 78 हजार 235 वोट व मिर्धा को 73 हजार 605 वोट मिले।
राजस्थानउपचुनाव 2019 नतीजों से जुड़ी हाईलाइट्स यहां जानें...
- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने रीटा चौधरी को उपचुनाव में जीत दर्ज करने पर बधाई दी है।
- कांग्रेस ने राजस्थान में हुए विधानसभा उपचुनाव में मंडावा (झुंझुनू) सीट जीत ली है
- घोषित परिणाम में कांग्रेस की रीटा चौधरी ने भाजपा की सुशीला सींगड़ा को 33,704 मतों से हराया। दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव में यह सीट भाजपा के नरेंद्र कुमार ने जीती थी जो बाद में नागौर से सांसद चुने गए और यह सीट खाली हो गयी।
- राजस्थान की मंडावा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी रीटा चौधरी 91357 वोटों से आगे चल रहे हैं, जबकि दूसरे नंबर पर बीजेपी के सुशील 58662 वोटों से आगे चल रहे हैं।
- निर्वाचन आयोग के मुताबिक खींवसर सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नारायण बेनीवाल 78100 वोटों से आगे चल रहे हैं। जबिक कांग्रेस के हरेंद्र मिर्धा दूसरे नंबर पर 73502 वोटों से आगे चल रहे हैं।
- आधिकारिक जानकारी के मुताबिक लोकतांत्रिक पार्टी के नरायण बेनीवाल 70067 वोट से आगे चल रहे हैं, जबकि कांग्रेस के हरेंद्र मिर्धा 65944 वोट से आगे चल रहे हैं।
- खींवसर सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नारायण बेनीवाल पहले चरण से ही आगे चल रहे हैं। दूसरे नंबर कांग्रेस के प्रत्याशी हरेंद्र मिर्धा दूसरे नंबर पर बने हैं।
- मंडावा सीट से कांग्रेस की रीटा चौधरी और बीजेपी के सुशील सीगड़ के बीच 21884 वोटों का अंतर है।
- आधिकारिक जानकारी के मुताबिक मंडावा से कांग्रेस प्रत्याशी रीटा चौधरी बीजेपी के सुशील सीगड़ से आगे चल रही हैं।
- निर्वाचन आयोग के अनुसार, करीब पौने ग्यारह बजे के शुरुआती रूझान में खींवसर सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नारायण बेनीवाल अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के हरेंद्र मिर्धा से 2191 वोटों से आगे चल रहे हैं।
- वहीं मंडावा विधानसभा सीट के लिए वोटों की गिनती में कांग्रेस की रीता चौधरी भाजपा की सुशीला सीगड़ पर 11576 वोटों की बढ़त बनाए हुए हैं।
- मतगणना सुबह आठ बजे शुरू हुई।
- दोनों विधानसभा क्षेत्रों से 12 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे हैं।
- मंडावा में 9 और खींवसर में 3 उम्मीदवार मैदान में हैं।
वहीं दूसरी ओर भाजपा ने अपनी स्थिति को मजबूत बनाने के लिये मंडावा विधानसभा सीट पर हाल ही में पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वाली सुशीला सिगड़ा को टिकट दिया है वहीं खींवसर विधानसभा सीट उसने गठबंधन के तहत हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के लिये छोडी है। यहां बेनीवाल के छोटे भाई नारायण बेनीवाल चुनाव मैदान में हैं। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने दोनों विधानसभा सीटों पर पार्टी की जीत का भरोसा जताया है।
हालांकि, पार्टी ने जून महीने के बाद राज्य में सम्पन्न कुल 33 जिलों में से 26 में पंचायत समिति और जिला परिषद उपचुनावों में अधिकांश सीटों पर जीत दर्ज की थी। दोनों निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतदान 21 अक्टूबर को प्रातः 7 बजे से प्रारम्भ होकर सायं 6 बजे तक चला था। मंडावा सीट के लिए कुल 2,27,414 मतदाता हैं जहां 259 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं।
वहीं खींवसर में कुल 2,50,155 मतदाताओं के लिए 266 मतदान केन्द्र पर मतदान हुए। राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस के पास 106 विधायक हैं। इसमें से छह बसपा विधायक हाल ही में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे। वहीं भाजपा के 72 विधायक हैं, माकपा, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो-दो और कांग्रेस की सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल कांग्रेस का एक विधायक और 13 निर्दलीय विधायक हैं।