राजस्थानः 29 अप्रैल को BJP के इन पांच दिग्गज नेताओं के भाग्य का होगा फैसला, जानिए कांग्रेस से कौन दे रहा इन्हें टक्कर?
By रामदीप मिश्रा | Published: April 16, 2019 10:59 AM2019-04-16T10:59:24+5:302019-04-16T12:06:56+5:30
rajasthan lok sabha election: 29 अप्रैल को होने वाली पहले चरण की वोटिंग में टोंक-सवाईमाधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, उदयपुर, बासंवाड़ा, चितौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़-बारां सीट शामिल है। पहले चरण की अधिसूचना 2 अप्रैल को जारी की गई थी।
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए राजस्थान में पहले चरण की वोटिंग 29 अप्रैल को करवाई जाएगी। इस दौरान राजनीतिक पार्टियां चुनावी अखाड़े में जमकर पसीना बहा रही हैं। सूबे की मुख्य पार्टियां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दे रही हैं। पहले चरण के चुनाव में 13 सीटों पर वोटिंग करवाई जाएगी, जिसमें बीजेपी के इन पांच दिग्गज नेताओं की किस्मत दांव पर लगी है, जोकि 29 अप्रैल को ईवीएम में बंद हो जाएगी। आइए आपको बताते हैं कौन हैं वो पांच नेता जिनकी पहले चरण में दांव पर लगी है किस्मत...
जोधपुर लोकसभा सीट
यहां से केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सांसद हैं और इस सीट पर राजपूतों का दबदबा है। बीजेपी ने इस बार भी उन्हीं पर भाग्य आजमाया है। हालांकि, इस बार इस सीट पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत मैदान में हैं। दोनों नेताओं के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा। साल 2014 के चुनाव में जोधपुर लोकसभा सीट पर गजेन्द्र सिंह शेखावत को 7 लाख, 13 हजार, 515 वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस की उम्मीदवार चंद्रेशकुमारी को 3 लाख, 34 हजार, 64 वोट मिले थे और बीजेपी ने उन्हें 4 लाख, 10 हजार, 51 वोटों के अंतर से हराया था।
झालावाड़-बारां लोकसभा सीट
राजस्थान की राजनीति की सबसे हाईप्रोफाइल सीट झालावाड़-बारां लोकसभा सीट मानी जाती रही है। इस बार भी सबकी नजरें इस सीट पर गड़ी हुई हैं। फिलहाल यहां बीजेपी का कब्जा है और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह सांसद हैं। पार्टी ने उन्हें इस बार भी उम्मीदवार बनाया है। उनके सामने कांग्रेस ने प्रमोद शर्मा को उतारा है। दुष्यंत सिंह यहां 2004 से सांसद हैं और वह लगातार पिछले तीन बार से चुनाव जीतते आ रहे हैं।
पाली लोकसभा सीट
साल 2014 की नरेंद्र मोदी लहर में बीजेपी ने पाली लोकसभा सीट पर जीत हासिल की थी। बीजेपी के केंद्रीय मंत्री पीपी चौधरी यहां से सांसद बने थे। पार्टी ने इस बार भी उन्हीं पर भरोसा जताया है। जबकि, कांग्रेस ने बद्री राम जाखड़ पर भरोसा जताया है। पिछले चुनाव में पीपी चौधरी ने बीजेपी के टिकट पर कांग्रेस उम्मीदवार मुन्नी देवी गोदारा को 3 लाख, 99 हजार, 39 वोटों के भारी अंतर से हराया था।
राजसमंद लोकसभा सीट
बीजेपी ने राजसमंद लोकसभा सीट पर इस बार अपना प्रत्याशी बदल दिया है और जयपुर के पूर्व राजघराने की बेटी दीया कुमारी को टिकट दिया है। उनके सामने इस बार देवकी नंदन गुर्जर हैं। पार्टी ने साल 2014 के चुनाव में हरिओम सिंह राठौड़ पर भाग्य आजमाया था और मोदी लहर में उनके सामने कांग्रेस नहीं टिक सकी थी। हरिओम राठौड़ ने कांग्रेस उम्मीदवार गोपाल सिंह शेखावत को 3 लाख, 95 हजार, 705 मतों से हराया था।
कोटा लोकसभा सीट
बीजेपी ने कोटा लोकसभा सीट पर अपने कद्दावर नेता ओम बिड़ला को ही मैदान में उतारा है। वह मौजूदा समय में इस सीट से सांसद हैं। वहीं, कांग्रेस ने राम नारायण मीणा को टिकट दिया है। इस सीट पर बीजेपी की दबदबा माना जाता है। पिछले लोकसभा चुनाव में ओम बिड़ला ने कांग्रेस के उम्मीदवार इज्यराज सिंह को 2 लाख, 782 वोटों के अंतर से हराया था।
पहले चरण में इन 13 सीटों पर होगा चुनाव
29 अप्रैल को होने वाली पहले चरण की वोटिंग में टोंक-सवाईमाधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, उदयपुर, बासंवाड़ा, चितौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़-बारां सीट शामिल है। पहले चरण की अधिसूचना 2 अप्रैल को जारी की गई थी। अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी, जोकि 9 अप्रैल तक चली। 10 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच की गई और 12 अप्रैल तक नाम वापस लेने का समय था। सूबे में दूसरे चरण का चुनाव छह मई को कराया जाएगा।