लाइव न्यूज़ :

कोविड-19 महामारीः सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त सुविधाएं, सीएम गहलोत बोले- ऑक्सीजन, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर की नहीं कोई कमी

By धीरेंद्र जैन | Updated: September 7, 2020 15:38 IST

सरकार के लगातार प्रयासों और सतर्कता से प्रदेश में पिछले कुछ महीनों में कोविड की जांच एवं उपचार के लिए राजधानी से लेकर जिलों तक चिकित्सा सुविधाओं का मजबूत नेटवर्क स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा है कि वर्तमान में प्रदेश में कहीं भी संसाधनों की कोई कमी नहीं है।

Open in App
ठळक मुद्देहमारे पास 3018 ऑक्सीजन बेड हैं, जिनमें से 872 ही उपयोग में आ रहे हैं। इसी प्रकार 913 आईसीयू बेड में से 406 और 490 वेंटीलेटर में से 113 पर ही रोगी हैं।जयपुर के आरयूएचएस, जयपुरिया हॉस्पिटल तथा रेलवे हॉस्पीटल में  50-50 नए ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाई गई है।संभागीय मुख्यालयों के अस्पतालों के साथ ही जिला अस्पतालों में भी ऑक्सीजन बैड्स की संख्या बढ़ाई जा रही है।

जयपुरःराजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि कोविड-19 महामारी से लोगों की जीवन रक्षा के लिए राज्य सरकार संसाधनों की कोई कमी नहीं आने देगी।

चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार और उन्हें मजबूत बनाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। सरकार के लगातार प्रयासों और सतर्कता से प्रदेश में पिछले कुछ महीनों में कोविड की जांच एवं उपचार के लिए राजधानी से लेकर जिलों तक चिकित्सा सुविधाओं का मजबूत नेटवर्क स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा है कि वर्तमान में प्रदेश में कहीं भी संसाधनों की कोई कमी नहीं है।

हमारे पास 3018 ऑक्सीजन बेड हैं, जिनमें से 872 ही उपयोग में आ रहे हैं। इसी प्रकार 913 आईसीयू बेड में से 406 और 490 वेंटीलेटर में से 113 पर ही रोगी हैं। भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए जयपुर के आरयूएचएस, जयपुरिया हॉस्पिटल तथा रेलवे हॉस्पीटल में  50-50 नए ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाई गई है।

संभागीय मुख्यालयों के अस्पतालों के साथ ही जिला अस्पतालों में भी ऑक्सीजन बैड्स की संख्या बढ़ाई जा रही है। हम कहीं भी ऑक्सीजन बैड्स की कमी नहीं आने देंगे। प्रदेश में कोविड-19 के के लिए 130 डेडिकेटेड अस्पताल चिन्हित हैं। इसके अलावा 292 कोविड केयर सेंटर स्थापित किए गए हैं।

निजी अस्पतालों में उपचार कराने वालों के लिए दरें निर्धारित

मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं। हमने यह व्यवस्था भी की है कि यदि सरकारी अस्पताल में बेड पूरी तरह भर जाएं तब आवश्यकता होने पर निजी चिकित्सालयों में भी कोविड रोगियों को निशुल्क उपचार की सुविधा मिल सकेगी।

जिला कलक्टरों को इस संबंध में आदेश दे दिए गए हैं। साथ ही साधन सम्पन्न वे लोग जो स्वयं के खर्चें पर निजी अस्पतालों में उपचार कराना चाहें, उन्हें भी उचित दरों पर इलाज सुलभ कराने के लिए निजी अस्पतालों एवं लैब में कोविड उपचार एवं जांच की दरें निर्धारित कर दी हैं, ताकि किसी से अधिक राशि नहीं ली जा सके।मृत्यु दर को न्यूनतम रखने में रहे हैं सफलउन्होंने कहा कि देशभर में पॉजिटिव केसेज की संख्या बढ रही है। प्रदेश में भी पॉजिटिव केसेज बढे हैं, लेकिन समन्वित प्रयासों से हम मृत्यु दर न्यूनतम रखने में कामयाब रहे हैं। पिछले दो माह में तो राज्य में मृत्यु दर एक प्रतिशत से भी कम रही है। वर्तमान में राजस्थान में कोरोना से औसत मृत्यु दर 1.26 प्रतिशत है, जबकि राष्ट्रीय औसत 1.72 प्रतिशत, गुजरात में 3 प्रतिशत, मध्यप्रदेश में 2.15, दिल्ली में 2.41, उत्तर प्रदेश में 1.48 प्रतिशत है।मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना को लेकर हमारे कुशल प्रबंधन के कारण प्रदेश में रिकवरी दर लगातार बेहतर हुई है। वर्तमान में यह 81.33 प्रतिशत है। इस मामले में राजस्थान राष्ट्रीय औसत 77.22 प्रतिशत के साथ ही अन्य बड़े राज्यों कर्नाटक, गुजरात, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र आदि के मुकाबले काफी बेहतर स्थिति में हैं। प्रदेश में एक्टिव केसेज की संख्या 15,577 है, जबकि राजस्थान से कम जनसंख्या वाले आंध्र प्रदेश एवं कर्नाटक में 6 गुना से भी अधिक यानी करीब एक-एक लाख एक्टिव केसेज हैं। तमिलनाडु में तीन गुना से अधिक 51 हजार 580 एक्टिव केसेज हैं। उत्तरप्रदेश में 59 हजार 963 एक्टिव केस हैं। इति। -धीरेन्द्र जैन। 

टॅग्स :राजस्थानराजस्थान में कोरोनाकोविड-19 इंडियाअशोक गहलोतजयपुरकोरोना वायरसकोरोना वायरस इंडिया
Open in App

संबंधित खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

क्राइम अलर्ट20 साल की नर्सिंग छात्रा की गला रेतकर हत्या, पिता ने कहा-महेंद्रगढ़ के उपेंद्र कुमार ने बेटी का अपहरण कर किया दुष्कर्म और लाडो को मार डाला

क्रिकेटटीम इंडिया से बाहर, 10 चौका, 8 छक्का, 50 गेंद और नाबाद 113 रन?, त्रिपुरा बॉलर पर टूटे इशान किशन

भारतमेहमान पंछियों के लिए ­झील बनी कब्रगाह

क्राइम अलर्टराजस्थान में सरकारी परियोजनाओं की पारदर्शिता सुनिश्चित करने हेतु EY अधिकारियों पर लगाए गए आरोपों की जांच की मांग

भारत अधिक खबरें

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट