राजस्थानः बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं योजना में सूबे के इन दो जिलों को मिला राष्ट्रीय अवॉर्ड
By रामदीप मिश्रा | Published: January 24, 2019 08:34 PM2019-01-24T20:34:14+5:302019-01-24T20:34:14+5:30
'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना में राजस्थान से दो जिलों हनुमानगढ़ और झुंझुनूं का चयन किया गया था। झुंझुनूं जिला बाल लिगांनुपात की दृष्टि से देश मे पीछे था, वहां जिला प्रशासन ने कई कार्यक्रमों के माध्यम से जागरुकता अभियान चलाये, जिसकी बदौलत लिगांनुपात पिछले 4 वर्षों में 835 से बढ़कर 955 हो गया है।
राजस्थान को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय अवॉर्ड प्रदान किया गया हैं। राष्ट्रीय बालिका दिवस पर गुरुवार को नई दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित प्रवासी भारतीय केंद्र में आयोजित अवॉर्ड समारोह में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने राजस्थान को 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना' के लक्ष्यों को हासिल करने एवं योजना की बेहतर ढंग से समीक्षा करने, मार्ग दर्शन प्रदान करने और सहयोग प्रदान करने के लिए रेखांकित श्रेणी में यह अवॉर्ड दिया गया। राजस्थान की ओर से यह अवॉर्ड समेकित बाल विकास की निदेशक सुषमा अरोड़ा ने ग्रहण किया।
समारोह में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में शानदार प्रदर्शन करने पर हनुमानगढ़ और झुंझुनूं जिले को भी राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया। इस अभियान में देश भर के 25 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जिला कलक्टर्स को सम्मानित किया गया। जिसमें, राज्य के हनुमानगढ़ जिले को बालिका शिक्षा को सक्षम बनाना श्रेणी में और झुंझुंनूं जिले को लगातार तीसरे वर्ष बाल लिगांनुपात (पीसीपीएनडीटी) कैटेगरी में सम्मानित किया गया।
समारोह में केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास विभाग राज्य मंत्री वीरेंद्र कुमार केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास सचिव राकेश श्रीवास्तव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी गण भी मौजूद थे।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए हनुमानगढ़ जिले के तत्कालीन जिला कलक्टर दिनेश चंद्र जैन वर्तमान में पाली कलक्टर एवं हनुमानगढ़ के वर्तमान कलक्टर जाकिर हुसैन और झुंझुंनूं जिले के तत्कालीन जिला कलेक्टर दिनेश यादव (वर्तमान जिला कलक्टर नागौर) तथा वर्तमान जिला कलक्टर रवि जैन के साथ ही महिला अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक शकुंतला चौधरी ने यह सम्मान ग्रहण किये।
उल्लेखनीय है कि 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना में राजस्थान से दो जिलों हनुमानगढ़ और झुंझुनूं का चयन किया गया था। झुंझुनूं जिला बाल लिगांनुपात की दृष्टि से देश मे पीछे था, वहां जिला प्रशासन ने कई कार्यक्रमों के माध्यम से जागरुकता अभियान चलाये, जिसकी बदौलत लिगांनुपात पिछले 4 वर्षों में 835 से बढ़कर 955 हो गया है।
इसी प्रकार हनुमानगढ़ जिले में कई नवाचार किए गए है, जिसका परिणाम है कि हनुमानगढ़ जिला को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिला। जिले में जो नवाचार किए गए उसमें मिशन मैरिट अभियान, जिसके तहत सरकारी स्कूल में बालिकाओं के लिए शिविर लगवाए गए।
जिले की सभी 251 ग्राम पंचायतों में न्याय आपके द्वार अभियान के साथ साथ बालिकाओं का जन्मोत्सव मनाया गया। जिला स्थापना दिवस, गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस अवसरों पर नवजात बेटियों के नाम पर जिले भर में पौधारोपण, पीसीपीएनडीटी के तहत डिकॉय ऑपरेशन, सार्वजनिक स्थलों पर लाडो टॉयलेट, अभियान के तहत तहसील स्तर पर बेटियों को ब्रांड एंबेसडर बनवाने समेत विभिन्न कार्य शामिल हैं।