आपदा से तबाह हिमाचल को राजस्थान ने 15 करोड़ और छत्तीसगढ़ सरकार ने 11 करोड़ की मदद दी, सीएम सुक्खू ने कहा उबरने में 1 साल का समय लगेगा
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: August 19, 2023 03:53 PM2023-08-19T15:53:42+5:302023-08-19T15:54:58+5:30
बड़े पैमाने पर हुई तबाही के बीच, हिमाचल प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य को 'प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र' घोषित किया है। राज्य में लगातार बारिश के बीच कई जिलों में भयानक भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं हो रही हैं। शिमला समेत कई जिलों में भूस्खलन हुआ है।
नई दिल्ली: बाढ़ और बारिश से बेहाल हिमाचल प्रदेश की मदद के लिए अन्य राज्य भी आगे आ रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया है कि राजस्थान सरकार ने 15 करोड़, छत्तीसगढ़ सरकार ने 11 करोड़ रुपए दिए हैं। आपदा से प्रभावित राज्य के लिए इस मदद को सीएम सुख्खू ने बेहद अहम बताते हुए धन्यवाद कहा है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, "राजस्थान सरकार ने 15 करोड़, छत्तीसगढ़ सरकार ने 11 करोड़ रुपए दिए हैं। इस सबसे बड़ी बात है कि राज्य और देश के लोग हमें चंदा दे रहे हैं। केंद्र सरकार ने टीम भेजी थी और उस टीम ने अपनी रिपोर्ट दे दी होगी। हमें उम्मीद है कि अंतरिम राहत की पहली किश्त जारी हो जाएगी... इस आपदा से करीब 10,000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है जिसकी भरपाई के लिए 1 साल का समय लगेगा।"
राजस्थान सरकार ने 15 करोड़, छत्तीसगढ़ सरकार ने 11 करोड़ रुपए दिए हैं। इस सबसे बड़ी बात है कि राज्य और देश के लोग हमें चंदा दे रहे हैं। केंद्र सरकार ने टीम भेजी थी और उस टीम ने अपनी रिपोर्ट दे दी होगी। हमें उम्मीद है कि अंतरिम राहत की पहली किश्त जारी हो जाएगी... इस आपदा से करीब… pic.twitter.com/q6qvznSxmn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 19, 2023
बता दें कि बड़े पैमाने पर हुई तबाही के बीच, हिमाचल प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य को 'प्राकृतिक आपदा प्रभावित क्षेत्र' घोषित किया है। राज्य में लगातार बारिश के बीच कई जिलों में भयानक भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं हो रही हैं। शिमला समेत कई जिलों में भूस्खलन हुआ है।
राज्य में आफत की बारिश हो रही है लेकिन अब भी राहत मिलती नहीं दिख रही है। हिमाचल प्रदेश में स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्य के 10 जिलों में अलग-अगल स्थानों पर 21 तथा 22 अगस्त को भारी बारिश, तूफान और बिजली गिरने को लेकर ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। मौसम विभाग कार्यालय ने एक विज्ञप्ति में बताया कि आगामी 48 घंटे के दौरान निचली और मध्य पहाड़ियों के कुद स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के जारी रहने की संभावना है। राज्य में 21 अगस्त से बारिश की गतिविधियों में तेजी आने का अनुमान है और 24 अगस्त तक कई हिस्सों में बारिश होगी। मौसम विभाग ने राज्य में 21 से 23 अगस्त तक गैर-जनजातीय जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान लगाया है जबकि कुछ स्थानों पर आंधी आने के साथ बिजली गिर सकती है। इसके परिणामस्वरूप यातायात और अन्य आवश्यक सेवाएं बाधित हो सकती हैं।
हिमाचल से तबाही के वीडियोज भी लगातार आ रहे हैं। दो-तीन मंजिला इमारतें ताश के पत्तों की तरह भरभराकर गिर रही हैं। राज्य में अब भी ब्यास नदी उफान पर है। मौसम विज्ञानी बता रहे हैं कि मानसून में लंबी बाधा के चलते देश के कई हिस्सों में सूखे के हालात निर्मित हो गए हैं और हिमाचल व उत्तराखंड में भीषण बारिश ने तबाही का तांडव रच दिया है। इस मानसून में अब तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 327 लोगों को आपदाओं ने लील लिया, 1442 घर जल धाराओं में विलीन हो गए और 7170 करोड़ रुपए की अचल संपत्तियां धराशायी हो गईं।