राजस्थान चुनावः मोदी के भाषणों में नवीनता का अभाव, राजनाथ सिंह का प्रभाव बढ़ा?

By प्रदीप द्विवेदी | Published: December 4, 2018 07:32 AM2018-12-04T07:32:03+5:302018-12-04T07:32:03+5:30

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की शुरूआत में राजस्थान में अच्छी डिमांड थी और उनकी शुरूआत भी अच्छी रही, लेकिन भाषण में बजरंगबली के बारे में अपने विचार व्यक्त कर विवादों में आ गए।

Rajasthan elections: lack of innovation in Modi speeches, Rajnath Singh's influence increased? | राजस्थान चुनावः मोदी के भाषणों में नवीनता का अभाव, राजनाथ सिंह का प्रभाव बढ़ा?

राजस्थान चुनावः मोदी के भाषणों में नवीनता का अभाव, राजनाथ सिंह का प्रभाव बढ़ा?

राजस्थान में विस चुनाव के चुनाव प्रचार के दौरान पीएम नरेन्द्र मोदी सहित अनेक मंत्री, मुख्यमंत्री विभिन्न सभाओं में भाषण दे रहे हैं, लेकिन उच्च पद की गरिमा के अनुरूप जिम्मेदारी के साथ प्रस्तुतीकरण के कारण राजनाथ सिंह, जनता पर विशेष प्रभाव छोड़ पा रहे हैं। 

जहां पीएम मोदी के इमोशनल भाषणों में अब वह धार नहीं रही और वे गांधी खानदान से जुड़े मुद्दे ही बार-बार दोहरा रहे हैं, जिनका विस चुनाव में कोई अर्थ नहीं है, वही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह- मैं राहुल बाबा से पूछना चाहता हंू, कह-कह कर, सेनापति कौन है? दिन में सपने देखना बंद करें! जैसे जुमले उछाल कर काम चला रहे हैं। इन दोनों नेताओं के भाषणों से असली मुद्दे गायब हैं और नवीनता का अभाव साफ नजर आता है।

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की शुरूआत में राजस्थान में अच्छी डिमांड थी और उनकी शुरूआत भी अच्छी रही, लेकिन भाषण में बजरंगबली के बारे में अपने विचार व्यक्त कर विवादों में आ गए। लगता नहीं है कि चुनाव खत्म होने तक वे इस विवाद के चक्रव्यूह से बाहर निकल पाएंगे।

भाजपा नेताओं में चुनावी मंच पर सबसे ज्यादा प्रभावी मौजूदगी राजनाथ सिंह की दिखाई दे रही है। वे संबंधित विषयों पर बड़ी गंभीरता और जिम्मेदारी के साथ बोल रहे हैं।

वैसे तो राजनाथ सिंह को राजस्थान में बुलाने का मूल मकसद नाराज राजपूत समाज को फिर से भाजपा के करीब लाना है, परन्तु वे राजपूत समाज के साथ-साथ अन्य वर्गों को भी प्रभावित करने में कामयाब हो रहे हैं।

झालरापाटन, जहां सीएम वसुंधरा राजे का मुकाबला कांग्रेस के मानवेन्द्र सिंह से हो रहा है, वहां चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सीएम राजे के समर्थन में राजनाथ सिंह कहते हैं कि- मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बेजोड़, हिम्मत वाली, साहसी और विकास के विश्वास रखने वाली सीएम हैं। जो राजे ने हिम्मत दिखाई, कोई नहीं कर सकता।

केन्द्र में भाजपा नेतृत्व के साथ सीएम राजे के सियासी संबंध जगजाहिर है, इसलिए राजनाथ सिंह के इस बयान के कई अर्थ-भावार्थ निकाले जा रहे हैं!

Web Title: Rajasthan elections: lack of innovation in Modi speeches, Rajnath Singh's influence increased?

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