राजस्थान: कोरोना वायरस से बचाव की दवा ही नहीं, दे रहे हैं स्वाइन फ्लू और एड्स की दवाएं
By धीरेंद्र जैन | Published: March 5, 2020 04:19 AM2020-03-05T04:19:56+5:302020-03-05T04:19:56+5:30
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने इस बात को माना है कि कोरोना वायरस की अभी बाजार में कोई दवा उपलब्ध नहीं है इसलिए कोरोना के मरीजों और संदिग्धों को एड्स एवं स्वाइन फ्लू में दी जाने वाली चार तरह की दवाएं दी जा रही हैं।
भारत में एक माह में जहां कोरोना के महज तीन मामले सामने आए थे वहीं बीते दो दिनों में ही इस वायरस से संक्रमण के 10 नए मामले सामने आ गए हैं। इनमें सर्वाधिक मामले जयपुर के होने के कारण सड़क से लेकर विधानसभा तक कोरोना की गूंज सुनाई दे रही है। जयपुर में मिले रहे संदिग्धों को लेकर प्रताप नगर के आरसूएचएस अस्पताल में विशेष इंतजाम किये गये हैं। जहां आज शिफ्ट किये गये संदिग्धों के बाद यह संख्या 12 पहुंच गई है। वहीं अस्पताल के स्टाफ का कहना है कि यहां इस बीमारी के लिए कोई इंतजाम नहीं किये गये और कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। वहीं सफाईकर्मी आज अस्पताल में सफाई के लिए नहीं आए।
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने इस बात को माना है कि कोरोना वायरस की अभी बाजार में कोई दवा उपलब्ध नहीं है इसलिए कोरोना के मरीजों और संदिग्धों को एड्स एवं स्वाइन फ्लू में दी जाने वाली चार तरह की दवाएं दी जा रही हैं। वहीं कोरोना वायरस के चलते राजस्थान में भी आने वाले समय में दवाओं की किल्लत हो सकती है। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि निशुल्क दवा योजना के तहत काम आने वाली 58 दवाओं के साल्ट चीन से मंगाए जाते हैं, ऐसे में आने वाले कुछ दिनों में दवाओं की कमी हो सकती है। इन हालातों का नाजायज फायदा कोई न उठाए इसके लिए जिला कलक्टर्स को निर्देश जारी कर दिये गये हैं। चिकित्सा मंत्री विधानसभा में भी कोरोना वायरस को लेकर सरकार की ओर से जवाब देंगे।
इधर इटली से आए दंपती की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद एसएमएस अस्पताल में भर्ती कोरोना के संदिग्ध मरीजों में से 9 को प्रतापनगर के आरयूएचएस में शिफ्ट किया गया है, लेकिन इटली के दंपती को एसएमएस अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में ही रखा गया है। चिकित्सकों ने उनकी हालत स्थिर बताई है। चिकित्सा मंत्री ने इटालियन पर्यटकों के संपर्क में आए सभी लोगों की जांच के आदेश दिये हैं। उल्लेखनीय है कि इटली के 20 लोगों का दल मंडावा, जोधपुर, बीकानेर, उदयपुरहोते हुए जयपुर पहंुचा था और यहां पहुंचने पर बीमार होने पर एक निजी अस्ताल ने कोरोना के लक्षण देखते हुए एसएमएस अस्ताल में रैफर किया था। अस्पताल में भर्ती मरीजों को ही अस्पताल छोड़ने के लिए कहा गया है क्यांेकि कोरोना के संदिग्ध अस्पताल में आ रहे हैं। वहीं दवाओं की कमी को देखते हुए उनकी राशनिंग शुरू कर दी गई है।
वहीं दूसरी ओर संदिग्धों को आरयूएचएस में शिफ्ट करने का विरोध शुरू हो गया है। आज सुबह अस्तपाल के कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। सफाईकर्मियों ने अस्पताल में सफाई नहीं की। उनका कहना है। कि अस्पताल परिसर में संदिग्ध बिना मास्क के घूम रहे है जिससे संक्रमण बढ़ने का भय है। वहीं सफाईकर्मियों को मास्क और ग्लब्स तक उपलब्ध नहीं कराये गये हैं।
राजस्थान मंे पर्यटन पर पड़ा प्रतिकूल असर - कोरोना वायरस के मरीजों और संदिग्धों के मामले सामने आने के बाद राजस्थान में विदेशी पर्यटकों की आवक में अचानक कमी हो जाने से पर्यटन व्यवसाय पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। पर्यटन विभाग के प्रवक्ता का कहना है कि आने वाले समय में चीन, बैंकाॅक, सिंगापुर, थाइलैंड, जापान और इटली सहित विदेशी पर्यटकों की संख्या में काफी कमी हो जाएगी।