जयपुरः कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। राजस्थान में सोमवार को 36 मामले सामने आए हैं और प्रदेश में कुल मामलों की संख्या 2221 हो गई है। इस दौरान तीन लोगों की मौत हो गई है। तीनों मौतें प्रदेश की राजधानी जयपुर में हुई हैं। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने दी है। धिकारियों का कहना है कि ज्यादातर मामलों में रोगी किसी न किसी अन्य गंभीर बीमारी से भी पीड़ित थे।
ताजा आकड़ों के अनुसार, सोमवार को भीलवाड़ी में एक, जयपुर में 9, जैसलमेर में एक, झालावाड़ में 9, जोधपुर में छह, कोटा में 4 और टोंक में 6 मामले सामने आए हैं। राज्य में अब तक 82 हजार, 942 लोगों का सैंपल लिया गया है। इसमें से 2221 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि 629 ठीक हो गए हैं। इनमें से 263 को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। वहीं, कुल मौतों की संख्या 44 हो गई है।
राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में दो इतालवी नागरिकों के अलावा 61 वे लोग भी हैं जिन्हें ईरान से लाकर जोधपुर एवं जैसलमेर में सेना के आरोग्य केंद्रों में ठहराया गया है। राज्यभर में 22 मार्च से बंद लागू है और अनेक थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा हुआ है।
इधर, प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा है कि राजस्थान से जाने और बाहर से आने वाले श्रमिकों, प्रवासियों को लाने ले जाने को प्राथमिकता दी जाए। इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। अग्रवाल ने बताया कि दिशा-निर्देशों के अनुसार हॉट स्पॉट के अतिरिक्त अन्य जिलों से आने वाले श्रमिकों, प्रवासी जो निजी वाहन से कर्फ्यू पास से आ रहे हैं उन्हें नियत गंतव्य स्थान पर पहुंचने पर क्वारंटाइन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि विद्यालय और महाविद्यालय एवं अन्य राजकीय भवनों को अधिगृहित कर गंतव्य स्थान के अनुसार जिलावार ठहरने की व्यवस्था की जाएगी। सीमावर्ती जिलों में बॉर्डर चेक पोस्ट पर ट्रांजिट कैंप में पुलिस, पटवारी, ग्रामसेवक, परिवहन, चिकित्सा विभाग के कर्मचारी मौजूद रहेंगे। जिला प्रशासन को आने जाने वाली बसों में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए बेहतर उपयोग करते हुए रास्ते में आने वाले जिला कलक्टरों से भी समन्वय बनाएंगे।