जयपुरः कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए देश में लॉकडाउन लागू किया गया है। इसके बावजूद इस घातक वायरस का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। राजस्थान में शुक्रवार को 55 नए मामले सामने आए हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि इस दौरान कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। वहीं, कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या 4589 पहुंच गई है।
राजस्थान स्वास्थ्य विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, कोटा में 29, जयपुर में 11, उदयपुर में 9 और करौल, झुंझुनूं, डूंगरपुर, दौसा, भरतपुर, बारां में एक-एक मामला सामने आया है। प्रदेश में अभी तक दो लाख, चार हजार, 243 सैंपल एकत्रित किए गए है, जिसमें से एक लाख, 97 हजार, 269 सैंपल निगेटिव निकले हैं। वहीं, 2318 सैंपलों की रिपोर्ट नहीं आई है, जबकि 4589 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं।
आंकड़ों के मुताबिक, राजास्थान में अभी 1818 कोरोना के मामले सक्रीय हैं। शुक्रवार को आठ लोग ठीक हुए है। वहीं अबतक 2646 लोग ठीक हो चुके हैं, जिनमें से 2403 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। राज्य में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या 125 हो गयी है। जयपुर में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा 63 हो गया है जबकि जोधपुर में 17 और कोटा में 10 रोगियों की मौत हो चुकी है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर मामलों में रोगी किसी न किसी अन्य गंभीर बीमारी से भी पीड़ित थे।
राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में दो इतालवी नागरिकों के साथ साथ 61 वे लोग भी हैं जिन्हें ईरान से लाकर जोधपुर व जैसलमेर में सेना के आरोग्य केंद्रों में ठहराया गया है। राज्यभर में 22 मार्च से लॉकडाउन है और अनेक थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा हुआ है।
गहलोत ने कहा कि भीलवाड़ा व झुंझुनूं सहित अन्य जिलों में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में जो कामयाबी हमें अभी तक मिली है उसके पीछे पृथक-वास की मजबूत व्यवस्था महत्वपूर्ण कदम रहा है, इसे और सुदृढ़ बनाकर ही हम इस लड़ाई को जीत पाएंगे। हमारी सरकार ने राजस्थान एपिडेमिक डिजीजेज अध्यादेश-2020 के तहत बाहर से आने वाले व्यक्ति के लिए पृथक-वास अनिवार्य कर दिया है।