जयपुरः कोरोना वायरस के संक्रमण को खत्म करने के लिए देश को 3 मई तक के लिए लॉकडाउन किया गया है। इसके बावजूद भी इस घातक वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। राजस्थान में शुक्रवार को कोराना के 33 मामले सामने आए हैं, जबकि तीन लोगों की मौत हो गई है। कुल मामलों की संख्या बढ़कर 2617 हो गई है। यह जानकारी प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई है।
स्वास्थ्य विभाग के ताजा आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में शुक्रवार को 33 नए मामले सामने आए हैं। इसमें से 11 अजमेर में, 7 चित्तौड़गढ़ में, 6 जयपुर में, 1 जोधपुर में, 7 कोटा में और 1 राजसमंद में सामने आया है। राजस्थान में अब तक एक लाख, तीन हजार, 704 सैंपल एकत्रित किए गए हैं। इनमें से 2617 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि 96 हजार, 325 सैंपल निगेटिव निकले हैं। वहीं, 4762 सैंपलों की रिपोर्ट नहीं आई है।
आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान में इस समय सक्रीय मामलों की संख्या 1656 है और 900 लोग ठीक हो चुके हैं, जिनमें से 644 को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। प्रदेश में कुल मौतों की संख्या 61 हो गई है। राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में दो इतालवी नागरिकों के साथ साथ 61 वे लोग भी हैं जिन्हें ईरान से लाकर जोधपुर व जैसलमेर में सेना के आरोग्य केंद्रों में ठहराया गया है। राज्यभर में 22 मार्च से लॉकडाउन है और अनेक थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू भी लगा हुआ है।
इधर, सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में करीब 10 लाख प्रवासियों एवं श्रमिकों ने अपने गृह स्थान पहुंचने के लिए पंजीयन कराया है। इनमें से करीब 70 प्रतिशत संख्या राजस्थान आने वालों की है। श्रमिकों की इतनी बड़ी संख्या को देखते हुए जिला कलक्टर एवं अन्य अधिकारी उनके सुरक्षित आवागमन और क्वारेंटाइन सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। राज्य सरकार विशेष ट्रेनों के संचालन के लिए रेलवे के साथ समन्वय कर रही है।
उन्होंने कहा कि श्रमिकों की संख्या, उनके गंतव्य स्थान और विशेष ट्रेनों के संचालन को अनुमति मिलने की सम्भावना को ध्यान में रखते हुए जिला कलक्टर रेलवे के अधिकारियों के साथ रूट प्लान तैयार कर लें। ताकि बिना किसी परेशानी के श्रमिक एवं प्रवासी अपने घर पहुंच सकें। साथ ही सभी स्थानों पर उनकी स्क्रीनिंग एवं क्वारेंटाइन की पुख्ता व्यवस्था हो।