JNU में रोज 3 हजार यूज्ड कंडोम मिलने का दावा करने वाले ज्ञानदेव आहूजा ने BJP से दिया इस्तीफा, निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव

By रामदीप मिश्रा | Published: November 18, 2018 03:42 PM2018-11-18T15:42:48+5:302018-11-18T15:42:48+5:30

बताया जा रहा है कि ज्ञानदेव आहूजा ने अपना इस्तीफा पार्टी प्रेदशाध्यक्ष मदन लाल सैनी को भेजा है। हालांकि इस बात की जानकारी पार्टी की ओर से अभी तक नहीं दी गई है। आहूजा टिकट नहीं मिलने से बेहद नाराज चल रहे थे, जिसके बाद उन्होंने यह फैसला लिया है।

rajasthan assembly polls 2018: gyandev ahuja resigns from bjp and will fight independent | JNU में रोज 3 हजार यूज्ड कंडोम मिलने का दावा करने वाले ज्ञानदेव आहूजा ने BJP से दिया इस्तीफा, निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव

JNU में रोज 3 हजार यूज्ड कंडोम मिलने का दावा करने वाले ज्ञानदेव आहूजा ने BJP से दिया इस्तीफा, निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) को लेकर विवादित टिप्पणी करने के बाद चर्चा में आए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक ज्ञानदेव आहूजा को इस विधानसभा चुनाव में पार्टी ने सिरे से खारिज कर दिया और उन्हें टिकट नहीं दिया गया,  जिसके बाद बीजेपी से नाराज आहूजा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और उनके निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात सामने आ रही है। 

बताया जा रहा है कि ज्ञानदेव आहूजा ने अपना इस्तीफा पार्टी प्रेदशाध्यक्ष मदन लाल सैनी को भेजा है। हालांकि इस बात की जानकारी पार्टी की ओर से अभी तक नहीं दी गई है। आहूजा टिकट नहीं मिलने से बेहद नाराज चल रहे थे, जिसके बाद उन्होंने यह फैसला लिया है।

सबसे दिलचस्प बात यह है कि ज्ञानदेव आहूजा निर्दलीय चुनाव लड़ने की योजना है और वह जयपुर की सबसे चर्चित सीट सांगानेर विधासभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। इस सीट पर भारत वाहिनी पार्टी के दिग्गज नेता घनश्याम तिवाड़ी चुनाव लड़ रहे हैं और कांग्रेस से पुष्पेंद्र भारद्वाज मैदान में हैं और बीजेपी ने इस सीट पर अभी तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है।

अब आहूजा कांग्रेस-बीजेपी उम्मीदवार और घनश्याम तिवाड़ी को कड़ी टक्कर देंगे। वह यहां से हिंदुत्व एजेंडा लेकर मैदान में उतरने जा रहे है इसलिए यह सीट और दिलचस्प होती जा रही है। 

आपको बता दें, ज्ञानदेव आहूजा अलवर जिले की रामगढ़ सीट से लगातार दो बार से विधायक रहे हैं। 1993 में पहली बार रामगढ़ से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्होंने 1998 में पहली बार जीत हासिल की थी। हालांकि 2003 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था, जबकि 2008 और 2013 से उन्हें जीत मिली। 

इधर, ज्ञानदेव आहूजा विवादत बयानों के लेकर अक्सर चर्चा में रहे हैं। सबसे ज्यादा उनकी आलोचना जेएनयू को लेकर दिए गए बयान में हुई थी, जिसमें उन्होंने कहा था क‌ि जेएनयू में रोजाना करीब 50 हजार हड्डी के टुकड़े और 3 हजार से ज्यादा इस्तेमाल किए हुए कंडोम मिलते हैं। यही नहीं उन्होंने दावा किया था कि 500 से ज्यादा इस्तेमाल किए हुए अबॉर्शन इंजेक्शन भी जेएनयू में मिलते हैं। उनके ऐसे बयानों को लेकर यह तय माना जा रहा था कि बीजेपी इस बार उन्हें टिकट नहीं देने वाली है।

Web Title: rajasthan assembly polls 2018: gyandev ahuja resigns from bjp and will fight independent

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