राजस्थान चुनावः इस सीट पर BJP के पास इतिहास रचने का है मौका, लेकिन कांग्रेस पलट सकती है बाजी
By रामदीप मिश्रा | Published: October 27, 2018 07:37 AM2018-10-27T07:37:00+5:302018-10-27T07:37:00+5:30
Rajasthan Vidhan Sabha Chunav 2018: राजस्थान में कुल 200 सीटों पर चुनाव होते हैं। इनमें से 142 सीट सामान्य हैं, जबकि 33 सीटें अनुसूचित जाति व 25 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।
राजस्थानविधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दावेदारों की दौड़-धूप शुरू हो गई। हर कोई टिकट पाने की जुगाड़ में लगा हुआ है। साथ ही साथ अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं को रिझाने की जुगत में जुटे हुए हैं। इन सब के बीच आज हम आपको सूबे की एक ऐसी विधानसभा सीट के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों की कड़ी टक्कर देखी जा रही है।
अजमेर उत्तर विधानसभा सीट
दरअसल, हम बात कर रहे हैं राजस्थान की अजमेर उत्तर विधानसभा सीट की, जोकि इस समय बीजेपी के कब्जे में है। अगर शहर की बात करें तो यह प्राकृतिक, धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर की वजह से खूबसूरत माना जाता है। शहर अरावली पर्वत श्रेणी की तारागढ़ पहाड़ी की ढाल पर स्थित है। इस नगर को सातवीं शताब्दी में अजयराज सिंह नामक एक चौहान राजा द्वारा बसाया गया था। इसके उत्तर में अनासागर और कुछ आगे फ्वायसागर नामक कृत्रिम झीलें हैं और प्रसिद्ध मुसलमान फकीर मुइनुद्दीन चिश्ती का मकबरा है, जोकि विश्व प्रसिद्ध है।
किसी पार्टी ने लगातार चार नहीं जीती सीट
इस विधानसभा सीट के आंकड़े देखें तो 1957 से लेकर आजतक किसी भी पार्टी ने लगातार चार बार चुनाव नहीं जीता है। हालांकि यह जरूर है कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियां लगातार तीन-तीन बार जीत चुकी हैं, लेकिन इस बार बीजेपी के पास मौका है अगर वह इस विधानभा चुनाव में जीत हासिल करती है तो इतिहास रचेगी। वहीं, कांग्रेस भी वापसी करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए है।
कांग्रेस वापसी करने की जुगत में जुटी
इस समय अजमेर उत्तर विधानसभा सीट से वासुदेव देवनानी विधायक हैं और सूबे की वर्तमान सरकार में शिक्षा राज्यमंत्री हैं। वह पिछले तीन चुनावों से जीत दर्ज करते आ रहे हैं। इससे पहले कांग्रेस ने 1993 से लेकर 2002 तक लगातार तीन बार इस सीट पर कब्जा जमाए रखा। कुल मिलाकर कांग्रेस छह बार जीत हासिल कर चुकी है, जबकि बीजेपी पांच बार विजय पताका फहरा चुकी है।
टिकट पाने की होड़ में जुटे नेता
अगर मौजूदा विधानसभा चुनाव में इस सीट पर टिकट बंटवारे की बात करें तो बीजेपी और कांग्रेस में होड़ मची हुई है। एक सीट के लिए दोनों ही पार्टियों के तीन-तीन नेता लाइन में लगे हुए हैं। बीजेपी की ओर से वासुदेव देवनानी, कंवल प्रकाश और नीरज जैन का नाम आगे चल रहा है। जबकि, कांग्रेस की तरफ से दीपक हासानी, महेन्द्र रलावता और विजय जैन टिकट लेने की जुगत में जुटे हुए हैं।
ये हैं पिछले विधानसभा चुनाव के आंकड़े
चुनाव आयोग के अनुसार, पिछले विधानसभा चुनाव में अजमेर उत्तर विधानसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या एक लाख, 78 हजार, 695 थी। जबकि, एक लाख, 21 हजार, 566 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। बीजेपी के उम्मीदवार वासुदेव देवनानी के खाते में 68 हजार, 461 वोट पड़े थे। वहीं, कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. श्रीगोपाल बाहेटी के झोली में 47 हजार, 982 वोट गये थे और वोटिंग फीसदी 68.03 रहा था। देवनानी ने श्रीगोपाल को 20 हजार 479 वोटों से हराया था।
राजस्थान विधानसभा का मौजूदा स्वरूप
गौरतलब है कि राजस्थान में कुल 200 सीटों पर चुनाव होते हैं। इनमें से 142 सीट सामान्य हैं, जबकि 33 सीटें अनुसूचित जाति व 25 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। साल 2013 के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने 163 सीटों के साथ सरकार बनाई बनाई थी। कांग्रेस 21 सीटों पर सिमट गई थी। तीसरी सबसे बड़ी पार्टी नेशनल पीपुल्स पार्टी रही जिसे 4, व चौथे नंबर बहुजन समाज पार्टी रही, जिसे 3 सीटों पर जीत मिली। जबकि 7 सीटें निर्दलियों के खाते में गई थीं।