राजस्थान: प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी के विरोध में भाजपा विधायक धरने पर बैठे, मंत्री के इस्तीफे की मांग
By धीरेंद्र जैन | Published: July 26, 2019 04:12 AM2019-07-26T04:12:57+5:302019-07-26T04:12:57+5:30
राजस्थान के नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने सदन में पूछे गये सवालों का जवाब देते हुए मेट्रो, द्रव्यवती नदी, रिंग रोड सहित कई योजनाओं पर देरी के लिए भाजपा को आड़े हाथों लिया।
राजस्थान विधानसभा के देर रात तक चले सत्र में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणी के विरोध में भाजपा विधायकों ने जमकर हंगामा किया और दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए। हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर थी। लेकिन नाराज भाजपा विधायक सदन में ही धरने पर बैठ गए और धारीवाल के इस्तीफे की मांग की।
जानकारी के अनुसार नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने सदन में पूछे गये सवालों का जवाब देते हुए मेट्रो, द्रव्यवती नदी, रिंग रोड सहित कई योजनाओं पर देरी के लिए भाजपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज को न भाजपा कुछ दे पाई न हम, इसका अफसोस जताया कि वाल्मीकि समाज के लोगों पर लिखे एक लेख में कहा गया है कि इस समाज को सफाई कार्य से, मलमूत्र उठाने से, आध्यात्मिक शांति मिलती है। जब इसके लेखक के बारेे में पूछा गया तो धारीवाल ने प्रधानमंत्री मोदी का नाम ले दिया। इसप पर भाजपा विधायक खडे़ हो गये और धारीवाल से सबूत पेश करने और लेख को टेबल करने को कहा।
इस पर नाराज भाजपा विधायकों ने जमकर हंगामा किया और अध्यक्ष सीपी जोशी ने हंगामे के बीच ही मांगे पारित करने का प्रस्ताव पढ़वाकर पारित करवा दी। इसके बाद भाजपा विधाधकों ने नाराजगी जाहिर करते हुए सदन में ही धरने पर बैठ गये और शांति धारीवाल के इस्तीफे की मांग की। बाद में धरना समाप्त कर आज(25 जुलाई) प्रात अध्यक्ष के कक्ष में इस पुस्तक और लेख पर चर्चा के बाद निर्णय लेने का फैसला किया।