कोटा में 104 बच्चों की मौतः अस्पताल में मंत्री के स्वागत में बिछा कालीन, कमरे का मरम्मत भी किया गया
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 3, 2020 17:45 IST2020-01-03T17:45:22+5:302020-01-03T17:45:22+5:30
इस बीच केंद्रीय टीम और राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने आज यहां दौरा किया। जहां बच्चे मर रहे हैं वहीं मंत्री जी के स्वागत में कालीन बिछा दिया गया। मीडिया को देखते ही इसे हटा दिया गया।

डा. हर्षवर्धन ने गुरुवार को कहा था कि उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से फोन पर बात कर स्थिति का जायजा।
राजस्थान के कोटा में बच्चों की मौत जारी है। अभी तक 104 बच्चों की मौत हो गई है। विपक्षी नेता इस मुद्दा बनाकर गहलोच सरकार को घेर रहे हैं। विपक्षी दल इस्तीफा की मांग कर रहे है।
इस बीच केंद्रीय टीम और राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने आज यहां दौरा किया। जहां बच्चे मर रहे हैं वहीं मंत्री जी के स्वागत में कालीन बिछा दिया गया। मीडिया को देखते ही इसे हटा दिया गया। इसके पहले आज ही कोटा के जे के लोन अस्पताल में मरम्मत का काम किया गया। मीडिया के जमावड़े के बाद प्रशासन ने कालीन को हटवा दिया ताकि किसी प्रकार की किरकिरी से बचा जा सके।
Rajasthan: A carpet laid out at Kota's JK Lon Hospital ahead of the visit of State Health Minister Raghu Sharma, was removed after seeing media presence. #KotaChildDeathspic.twitter.com/WJRmoqry2S
— ANI (@ANI) January 3, 2020
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्षवर्धन ने राजस्थान में कोटा के एक अस्पताल में नवजात बच्चों की मौत के मामले में राजस्थान सरकार को इस तरह की घटनाओं को भविष्य में होने से रोकने के लिये अतिरिक्त केन्द्रीय सहायता देने का आश्वासन दिया है।
केन्द्र सरकार के विशेषज्ञों का एक उच्च स्तरीय दल ने दौरा किया। डा. हर्षवर्धन ने गुरुवार को कहा था कि उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से फोन पर बात कर स्थिति का जायजा लेने के बाद उन्हें केन्द्र सरकार की तरफ से हर संभव मदद देने का भरोसा दिलाया है।
Rajasthan: Repair work underway at Kota's J K Lon Hospital where more than 100 children died in the last one month. State Health Minister Raghu Sharma and officials from the Centre will visit the hospital, later today. pic.twitter.com/YMVlw7xULk
— ANI (@ANI) January 3, 2020
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘मैंने गहलोत को कहा है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की आगामी बैठक में वह राजस्थान को मिलने वाली केन्द्रीय सहायता के रूप में अतिरिक्त राशि देने का प्रस्ताव पेश करें।’’ उल्लेखनीय है कि कोटा जिले के जेके लोन अस्पताल में चिकित्सा सुविधाओं में तकनीकि खामियों के कारण पिछले सप्ताह 30 और 31 दिसंबर को कम से कम नौ और शिशुओं की मौत हो गई। इसके साथ ही इस महीने अस्पताल में मरने वाले शिशुओं की संख्या करीब 100 हो गई है।
डा हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘मैंने गहलोत को पूरा अश्वासन दिया है कि बच्चों की मौत को रोकने के लिये हम हरसंभव उपाय करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि बाल रोग विशेषज्ञों सहित अन्य क्षेत्रों के विशेषज्ञों का दल स्वास्थ्य मंत्रालय ने भेजने का फैसला किया है। जिससे बच्चों की मौत की घटनाओं को रोकने के लिये तात्कालिक उपाय सुनिश्चित किये जा सकें। उन्होंने कहा, ‘‘स्वास्थ्य मंत्रालय का उच्च स्तरीय दल कल कोटा पहुंचेगा। इसमें एम्स जोधपुर और जयपुर से क्षेत्रीय निदेशक, स्वास्थ्य सेवा सहित अन्य विशेषज्ञ शामिल होंगे।
गहलोत को पत्र लिखकर भी मैंने भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिये उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।’’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘मैंने गहलोत को बताया कि जेके लोन अस्पताल को एनएचएम के तहत 2019-20 में 91.7 लाख रुपये की अग्रिम राशि पहले ही जारी कर दी है। कोटा अकेला जिला है जिसे 2019-20 के लिये 27.45 करोड़ रुपये आवंटित किये गये। वार्षिक बजट में राजस्थान को 1788.97 करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं।’’