किसानों की ट्रैक्टर परेड के राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में फैल जाने के कारण मंगलवार यानी 26 जनवरी को लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। पुलिस द्वारा लगाए गए अवरोधकों और नाकाओं के बावजूद ट्रैक्टर परेड मध्य दिल्ली के आईटीओ और लाल किला इलाकों में पहुंच गई। ट्रैक्टरों पर सवार हजारों किसान विभिन्न प्रवेश स्थानों से दिल्ली में प्रवेश कर गए।
ऐसे में कई लोग तय समय पर अपनी जगहों पर नहीं पहुंच पाए। दिल्ली से रेल में सफर करने वाले यात्रियों को भी आज स्टेशन तक पहुंचने में काफी दिक्कतें पेश हुई। ऐसे में रेलवे ने बड़ा एलान किया है। रेलवे ने उन सभी लोगों के टिकट का पूरा पैसा वापस करने का निर्णय लिया है, जिन्हें दिल्ली से ट्रेन पकड़ना था, लेकिन वो समय पर स्टेशन नहीं पहुंच सके।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, उत्तर रेलवे के सीपीआरओ ने कहा कि आंदोलन के कारण जिनकी ट्रेनें छूट गई हैं। वे सभी यात्री टिकट का पूरा रिफंड करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। उत्तर रेलवे CPRO ने कहा, 'जो यात्री किसान आंदोलन के कारण ट्रेनों को पकड़ने के लिए दिल्ली के रेलवे स्टेशनों पर पहुंचने में सक्षम नहीं हैं, उनसे निवेदन है कि ई-टिकट लेने वाले टीडीआर और ई-टीडीआर के माध्यम से आज मंगलवार रात 9 बजे तक ट्रेन छूटने वाले यात्री आवेदन कर दें।
बता दें कि पुलिस द्वारा लगाए गए अवरोधकों और नाकाओं के बावजूद ट्रैक्टर परेड मध्य दिल्ली के आईटीओ और लाल किला इलाकों में पहुंच गयी। ट्रैक्टरों पर सवार हजारों किसान विभिन्न प्रवेश स्थानों से दिल्ली में प्रवेश कर गए। तिरंगा और अपने संगठनों के झंडे लिए किसानों की कई स्थानों पर पुलिस से भिड़ंत भी हुयी। लाठियों से लैस किसानों ने लाल किले को घेरने का प्रयास किया।