रेलवे कर्मचारियों ने ‘अग्रिम मोर्चा कर्मी’ का दर्जा देने की मांग करते हुए अभियान चलाया
By भाषा | Published: June 7, 2021 08:45 PM2021-06-07T20:45:26+5:302021-06-07T20:45:26+5:30
नयी दिल्ली, सात जून रेलवे के सबसे बड़े कर्मचारी संगठन ने सोमवार को एक बड़ा अभियान चलाते हुए मांग की कि उन्हें अग्रिम मोर्चा के कोविड कर्मचारी का दर्जा दिया जाए क्योंकि वे भी कोरोना वायरस संकट के दौरान लोगों की सेवा कर रहे हैं और इस प्रक्रिया में उनके भी 2000 से अधिक सहकर्मियों की जान चली गई है।
उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में ट्विटर पर अभियान भी चलाया। ऑल इंडिया रेलवेमेन्स फेडरेशन (एआईआरएफ) की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, ‘‘ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन के आह्वान पर देश भर के सभी रेलकर्मियों ने ट्विटर अभियान चलाकर ‘अग्रिम मोर्चा कर्मी’ का दर्जा देने की मांग की है।’’
एआईआरएफ के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि रेलवे कर्मचारियों को ‘अग्रिम मोर्चा कर्मी’ का दर्जा नहीं दिए जाने से रेलवे कर्मचारियों में ‘‘काफी असंतोष’’ है, जबकि वे ‘‘दिन-रात अपना काम कर रहे हैं और अपने अमोल जीवन को कुर्बान कर रहे हैं।’’
मिश्रा ने कहा, ‘‘सरकार दूसरे विभागों के कर्मचारियों को ‘अग्रिम मोर्चा’ का कर्मचारी मानकर हर लाभ दे रही है, लेकिन रेलवे कर्मचारियों से सौतेला व्यवहार कर रही है।’’ उन्होंने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं और ‘अग्रिम मोर्चा कर्मी’ मानकर प्राथमिकता के आधार पर उनका टीकाकरण नहीं किया जाता है और वायरस से मृत्यु होने की स्थिति में 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि नहीं दी जाती है तो वे आंदोलन तेज करेंगे।
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