नई दिल्ली, 17 जुलाई: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आईएएस अफसर शाह फैसल का "रेपिस्तान" टिप्पणी मामले में बचाव किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने एक पत्र लिखकर शाह फैसला की टिप्पणी को साहसिक बताया है। राहुल गांधी ने अपने पत्र में कहा है कि शाह फैसला ने देश में प्लेग की तरह फैले मामले (बलात्कार) का मुद्दा उठाकर साहसिक कार्य किया है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार जम्मू-कश्मीर कांग्रेस ने इस बात की जानकारी दी है। शाह फैसल साल 2009 की लोक सेवा आयोग की परीक्षा के टॉपर रहे थे। वो यूपीएससी की परीक्षा में टॉप करने वाले पहले कश्मीरी हैं।
शाह फैसल ने 22 अप्रैल को अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया था, "पितृसत्ता+जनसंख्या+निरक्षरता+शराब+पोर्न+टेक्नोलॉजी+अराजकता=रेपिस्तान!" शाह फैसल इस ट्वीट के बाद कॉफी ट्रॉल हुए थे। कुछ लोगों ने उन पर देश विरोधी ट्ववीट करने का आरोप लगाया। वहीं कुछ लोगों ने शाह फैसल पर तथ्य विरोधी बात कहने का आरोप लगाया। शाह फैसल इस समय स्टडी लीव पर अमेरिका में पढ़ाई कर रहे हैं।
शाह फैसल को विवादित ट्वीट करने के बाद उनके विभाग ने उनसे सफाई माँगी थी। शाह फैसल ने उनको मिले नोटिस को भी ट्वीट करते हुए भारतीय लोक सेवा आयोग के ब्रिटिशकालीन नियमों में बदलाव की जरूरत बतायी थी। विभाग की तरफ से मिले नोटिस के बाद शाह फैसल ने ट्वीट किया था, "दक्षिण एशिया के रेप कल्चर पर मेरे तंजिया ट्वीट के बाद मेरे बॉस की तरफ से मिला लव लेटर। विडंबना ये है कि औपनिवेशिक भारत के सेवा नियमों का प्रयोग लोकतांत्रिक भारत में आत्मा की आजादी का गला घोंटने के लिए किया जा रहा है। मैं इसे यहाँ इसलिए साझा कर रहा हूँ ताकि बदलाव की जरूरत पर जोर दिया जा सके।"
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