इटली में छुट्टी मनाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी कल भारत लौट आए और देश में राजनीतिक स्थिति का जायजा लिया. अगर सूत्रों की मानें तो गांधी परिवार के सदस्य सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पिछले दो दिनों में दो बार मिले. इन सूत्रों ने 'लोकमत समाचार' को बताया कि प्रियंका को राज्यसभा भेजने का मुद्दा एजेंडे में शामिल था और गांधी परिवार ने फैसला किया कि प्रियंका संगठन की जिम्मेदारी निभाती रहेंगी.आगे की राजनीतिक चुनौतियों के मद्देनजर वह संसदीय जिम्मेदारियों से दूर रहेंगी. उनका काम संगठन को मजबूत करने के साथ अपने भाई राहुल गांधी की सहायता करना है. राहुल गांधी दोबारा औपचारिक रूप से पार्टी की बागडोर संभालते हैं या नहीं, लेकिन वह पार्टी की धुरी बने रहेंगे.सोनिया गांधी की खराब सेहत और देशभर में व्यापक दौरे की असमर्थता के कारण राहुल गांधी के पास जिम्मेदारी आने की संभावना है. इस पृष्ठभूमि में यह बात सामने आई है कि प्रियंका को संगठनात्मक जिम्मेदारियों का निर्वाह करते रहना चाहिए. यहां उल्लेख किया जा सकता है कि कांग्रेस में इस बात की चर्चा बढ़ रही है कि प्रियंका को राज्यसभा भेजना चाहिए.
गहलोत की चाहत, राज्यसभा में लें मोर्चा
चर्चा के मुताबिक, राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत चाहते हैं कि प्रियंका को राज्यसभा भेजकर उनकी लोकप्रियता और करिश्मे का इस्तेमाल उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों में भी किया जाए. उन्होंने हाल ही में प्रियंका से मुलाकात कर यह आवाज बुलंद की थी. वह चाहते हैं कि प्रियंका राज्यसभा में प्रवेश करअधिक सक्रिय भूमिका निभाएं. राहुल गांधी पहले से ही लोकसभा में मोर्चा ले रहे हैं. हालांकि गांधी परिवार ने फैसला किया है कि प्रियंका संगठन को मजबूत करने में जुटी रहें.