लखीमपुर/सीतापुर/लखनऊ, छह अक्टूबर कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा ने लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजन से बुधवार को मुलाकात की और उन्हें हरसंभव मदद देने का वादा किया।
राहुल और उनकी बहन प्रियंका सीतापुर के एक पीएसी अतिथि गृह से एक कार में लखीमपुर के लिए रवाना हुए। प्रियंका को सीतापुर के इस अतिथि गृह में सोमवार सुबह से हिरासत में रखा गया था। कांग्रेस नेताओं बुधवार रात सबसे पहले पलिया के मृतक किसान लवप्रीत सिंह के परिजनों से मुलाकात की ।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस नेता किसान के चौखड़ा फार्म स्थित आवास पहुंचे, जहां उन्होंने शोक संतप्त परिवार से बात की और उनके प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी शामिल हैं।
सीतापुर के उप जिलाधिकारी (सदर) प्यारेलाल मौर्य ने बताया था कि प्रियंका को रिहा कर दिया गया है।
इससे पहले, राहुल बुधवार को लखनऊ से सीतापुर स्थित पीएसी की दूसरी बटालियन पहुंचे।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक सिंह ने बताया, ‘‘राहुल पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ लखनऊ हवाईअड्डे से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए।’’ राहुल गांधी चन्नी और बघेल के साथ दिल्ली से लखनऊ पहुंचे थे।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बृहस्पतिवार को लखीमपुर जाएंगे और मृत किसानों के परिजनों से मुलाकात करेंगे ।
आम आदमी पार्टी (आप) का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को लखीमपुर खीरी पहुंचा और उसने हिंसा का शिकार हुए लोगों के परिजनों से मुलाकात की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के परिवार के सदस्यों से फोन पर बात की और उनके प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने शोक संतप्त परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
पार्टी ने ट्वीट किया, ‘‘आप का प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर खीरी पहुंचा। सांसद संजय सिंह, विधायक हरपाल चीमा, विधायक राघव चड्ढा और अन्य ने मृतक किसान नछत्तर सिंह के परिजनों से मुलाकात की।’’
उसने कहा, "मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीड़ित परिवार से फोन पर बात की।"
उत्तर प्रदेश सरकार ने कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और तीन अन्य को लखीमपुर जाने की बुधवार को अनुमति दे दी। इससे पहले दिन में, राज्य सरकार ने राहुल गांधी को यात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा था कि किसी को भी हिंसा प्रभावित जिले का माहौल खराब करने के लिए जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। लखीमपुर खीरी जाने के लिए लखनऊ हवाई अड्डे पहुंचे राहुल गांधी अपने वाहन से लखीमपुर जाने की इजाजत नहीं दिए जाने के विरोध में हवाईअड्डा परिसर में कुछ देर के लिए धरने पर बैठ गए।
राहुल पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बघेल के साथ जब बुधवार दोपहर लखनऊ हवाई अड्डा पहुंचे, तो अधिकारियों ने उनसे दूसरे रास्ते से कथित तौर पर पुलिस की गाड़ी से जाने को कहा। इससे नाराज राहुल हवाई अड्डा परिसर में ही धरने पर बैठ गए। हालांकि थोड़ी देर बाद वह हवाई अड्डे से निकलकर रवाना हो गए।
राहुल ने धरने के दौरान संवाददाताओं से कहा, "हमें अपनी गाड़ी में जाना है, लेकिन वे चाहते हैं कि हम उनके साथ उनकी गाड़ी में जाएं। मैं जानना चाहता हूं कि आप मुझे क्यों नहीं जाने दे रहे। मुझे पहले बोला गया कि आप अपनी गाड़ी में जा सकते हैं और अब बोल रहे हैं कि आप पुलिस की गाड़ी में जाएंगे। ये कोई न कोई बदमाशी कर रहे हैं।"
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, "चाहे मुझे जेल में डाल दिया जाए, चाहे प्रियंका को जेल में डाल दिया जाए, इसका कोई मतलब नहीं है।’’
उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि लोगों को कुचलकर मारने वाले जिन अपराधियों को जेल में होना चाहिए, उन्हें जेल में नहीं डाला जा रहा है।
राहुल ने कहा, ‘‘हमें मृतक किसानों के परिवारों से मिलने से रोका जा रहा है। इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में पीड़ित परिवारों से मुलाकात के लिए जाने की सशर्त अनुमति दे दी थी।’’
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, "लखीमपुर खीरी जिला प्रशासन ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के दृष्टिकोण से लोगों के आने-जाने पर प्रतिबंध लगाया था, मगर अब वहां लोगों को पांच-पांच के समूह में जाने की अनुमति दे दी गई है। जो भी व्यक्ति जाना चाहें, वह वहां जा सकते हैं।"
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य हर हालत में शांति व्यवस्था बनाए रखना है और उसकी मंशा किसी के आवागमन को बाधित करने की नहीं थी। उन्होंने कहा कि जो भी प्रतिबंध लगाए गए थे, वे लखीमपुर खीरी में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए ही लागू किए गए थे।
इससे पहले, उत्तर प्रदेश सरकार ने राहुल और प्रियंका गांधी समेत पांच नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत दे दी।
सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के पांच नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दे दी गई है।
गौरतलब है कि पिछले रविवार को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी।
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