कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी सोमवार को विदेश दौरे के लिए रवाना हो गये। राहुल के विदेश दौरे पर जाने की ये खबर उस समय आई है जब पार्टी ने अगले कुछ दिनों तक नरेंद्र मोदी सरकार को अर्थव्यवस्था और अन्य मुद्दों पर घेरने की योजना बनाई है।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने एक सूत्र के हवाले से बताया है कि राहुल गांधी का ये दौरा केवल एक हफ्ते का है और वे नवंबर के पहले सप्ताह में वापस भारत आ जाएंगे और कांग्रेस के सरकार के खिलाफ प्रदर्शनों में हिस्सा भी लेंगे।
बता दें कि कांग्रेस ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ एक बार फिर नये सिरे से मोर्चा खोलने का फैसला किया है। इसके तहत पार्टी ने देश में अर्थव्यवस्था की हालत पर केंद्र सरकार को घेरने का फैसला किया है। इसके लिए कांग्रेस पार्टी 1 से 8 नवंबर के बीच 35 प्रेस-कॉन्फ्रेंस करेगी। साथ ही कांग्रेस 5 से 15 नवंबर के बीच विरोध प्रदर्शन भी आयोजित करेगी।
योजना के अनुसार कांग्रेस के सीनियर नेता 5 से 15 नवंबर के बीच होने वाले प्रदर्शनों को संबोधित करेंगे। इसे जिला और राज्य स्तर पर आयोजित किया है। साथ ही दिल्ली में भी इसे व्यापक तौर पर आयोजित किया जाना है। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक बयान में 23 अक्टूबर को बताया था कि विरोध-प्रदर्शन जिलों में और राज्यों की राजधानी में आयोजित किये जाएंगे।
इन सभी के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी आगामी दो नवंबर को पार्टी के महासचिवों एवं प्रभारियों की बैठक बुलाई है जिसमें अर्थव्यवस्था में सुस्ती, सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों की बुरी हालत और बेरोजगारी जैसे कुछ प्रमुख मुद्दों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने की रणनीति पर मंथन होगा।