नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आज (26 मई) को मीडिया से बात करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के तंज का जवाब दिया है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के प्रवासी मजदूरों के साथ वाली तस्वीर पर तंज करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा था- वे ड्रामेबाजी करते हैं,अगर सीरियस होते तो उनका कुछ बोझ उठा लेते।' राहुल गांधी ने जब आज वीडियो कांफ्रेंस में इसपर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, अगर इजाजत मिले तो वह 10-15 मजदूरों का बैग उठाकर पैदल उत्तर प्रदेश निकल जाऐंगे।
राहुल गांधी ने कहा, अगर वे मुझे परमिशन दें तो मैं जरूर बैग उठाकर ले जाऊं।' कांग्रेस ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर भी राहुल गांधी के इस बयान को साझा किया है। राहुल गांधी ने कहा, ''मजदूरों से बातचीत करने का मेरा लक्ष्य है, उनके दिल के भाव समझना। उनकी जानकारी से मुझे फायदा मिलता है। बाकी मैं मदद करता रहता हूं। रही बात बैग उठाने की, तो वो अनुमति दे तो मैं एक नहीं 10-15 के बैग उठाकर ले जाऊंगा।''
राहुल गांधी ने कहा, ''अगर मजदूरों का दर्द बांटना वित्त मंत्री जी को ड्रामा लगता है, तो ये उनका विचार है। इसके लिए उनको धन्यवाद। अगर वो चाहती हैं, तो वो अनुमति दें, मैं यहां से पैदल उत्तर प्रदेश निकल जाऊंगा और रास्ते में जितना हो सका, लोगों की मदद करूंगा।''
जानिए राहुल गांधी पर तंज करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्या कहा था?
17 मई को 20 लाख करोड़ के आर्थिक राहत पैकेज का ऐलान करते समय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राहुल गांधी पर मजदूरों से मिलकर तस्वीरें खिंचवाने पर तंज किया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, "कांग्रेस पार्टी राहत पैकेज की प्रेस कॉन्फ्रेंस को ड्रामा बताती है लेकिन असली ड्रामेबाज वह खुद हैं। राहुल गांधी सड़क पर बैठकर मजदूरों से बात करके उनका टाइम खराब कर रहे थे। इससे अच्छा होता उनके बच्चे, सूटकेस को पकड़कर उनके साथ पैदल चलते। उनकी थोड़ी मदद करते ना कि उनके साथ बैठकर उनका वक्त खराब करते।"
राहुल गांधी ने आज के वीडियो कांफ्रेंस में जानें और क्या-क्या कहा?
- कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में चार चरणों में लगाए गए लॉकडाउन का लक्ष्य पूरा नहीं होने का दावा करते हुए मंगलवार (26 मई) को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहिए कि ‘विफल लॉकडाउन’ के बाद अब कोरोना संकट से निपटने और जरूरतमंदों को मदद देने के लिए उनकी रणनीति क्या है?
- राहुल गांधी ने कहा, अगर गरीबों, मजदूरों और छोटे एवं मझोले कारोबारों की तत्काल मदद नहीं की गई तो यह घातक साबित होगा और ऐसे में केंद्र सरकार को देश के आर्थिक रूप से कमजोर 50 प्रतिशत लोगों (13 करोड़ परिवार) को तत्काल 7500 रुपये मासिक की नकद सहायता तथा राज्यों को उचित मदद करनी चाहिए।
- राहुल गांधी ने कहा- मोदी जी ने 21 दिन में कोरोना की लड़ाई जीतने की बात कही थी। लगभग 60 दिन हो चुके हैं। हिंदुस्तान पहला देश है, जो बीमारी के बढ़ने के बाद लॉकडाउन हटा रहा है। दुनिया के बाकी देशों ने लॉकडाउन तब हटाया, जब बीमारी कम होनी शुरू हुई।
राहुल गांधी ने कहा, ऐसे में ये स्पष्ट है कि हमारे यहां लॉकडाउन विफल हो गया है। जो लक्ष्य मोदी जी का था, वो पूरा नहीं हुआ। अगर लॉकडाउन के बारे में प्रधानमंत्री जी से भी पूछा जाएगा, तो वो भी मानेंगे कि ये विफल हो गया।