Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस ने ममता सरकार पर उठाए सवाल, अधीर रंजन चौधरी ने कहा हमें सहयोग नहीं मिल रहा
By धीरज मिश्रा | Published: January 26, 2024 03:21 PM2024-01-26T15:21:34+5:302024-01-26T15:24:55+5:30
Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा मणिपुर से होते हुए बंगाल पहुंच चुकी है। यहां पर ममता दीदी की सरकार है। ममता इंडिया गठबंधन में शामिल हैं और उन पर कांग्रेस द्वारा आरोप लगाया गया है कि यहां पर भारत जोड़ो न्याय यात्रा को सहयोग नहीं मिल रहा है। यह आरोप बंगाल के कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने लगाया है।
Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा मणिपुर से होते हुए बंगाल पहुंच चुकी है। यहां पर ममता दीदी की सरकार है। ममता इंडिया गठबंधन में शामिल हैं और उन पर कांग्रेस द्वारा आरोप लगाया गया है कि यहां पर भारत जोड़ो न्याय यात्रा को सहयोग नहीं मिल रहा है। यह आरोप बंगाल के कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने लगाया है।
#WATCH | Siliguri, WB: On Congress' Bharat Jodo Nyay Yatra, WB Congress President Adhir Ranjan Chowdhury says, "Nyay yatra has been attacked with all sorts of tactics since the very beginning... In Manipur, Rahul Gandhi was not allowed to hold a public meeting where we wanted it… pic.twitter.com/flTB1ZKUNZ
— ANI (@ANI) January 26, 2024
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी को पश्चिम बंगाल में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत कुछ सार्वजनिक बैठकें आयोजित करनी थी। लेकिन हमें प्रशासन की ओर से सहमति नहीं मिली है। जिसके चलते भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मणिपुर से लेकर असम तक हमारी न्याय यात्रा को लेकर तरह तरह से हमले किए गए। अब बंगाल में भी बैठक करने के लिए इजाजत नहीं मिल रही है।
मालूम हो कि 14 जनवरी से मणिपुर से शुरू हुई राहुल गांधी की अगुवाई वाली यात्रा ने गुरुवार को असम से पश्चिम बंगाल में प्रवेश किया है। फिलहाल यात्रा दो दिनों के विश्राम पर है। 28 जनवरी से फिर यात्रा शुरू होगी।
मालूम हो कि जब बंगाल में राहुल की न्याय यात्रा पहुंची तो ममता को यात्रा में शामिल होने के लिए कहा गया। लेकिन ममता शामिल नहीं हुई। अब राहुल की न्याय यात्रा को लेकर बैठक करने के लिए ममता सरकार जगह नहीं दे रही है। ऐसे में इंडिया गठबंधन में ममता के अलग होने का एक ओर ठोस कारण माना जा रहा है। क्योंकि ममता ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि वह बंगाल की लोकसभा सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी।
लोकसभा चुनाव में वह कांग्रेस के साथ गठबंधन कर शीट शेयर नहीं करेगी। हालांकि, कांग्रेस लगातार कह रही है कि वह बातचीत कर मामले को सुलझा लेंगे। मीडिया रिपोर्टस में कहा जा रहा है कि ममता गठबंधन से अलग होकर ही बंगाल का चुनाव लडे़ंगी।