वीडियो: देश के पहले राफेल में 30 मिनट तक उड़े राजनाथ सिंह, कहा- 'अनोखा लम्हा, नहीं सोचा था ऐसा दिन आयेगा'
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 8, 2019 07:37 PM2019-10-08T19:37:45+5:302019-10-08T19:40:35+5:30
फ्रांस पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राफेल में उड़ान भरने से पहले विधिवत शस्त्र पूजा की। राजनाथ सिंह ने राफेल विमान पर सबसे पहले 'ऊं' शब्द लिखा और फिर रक्षा सूत्र भी बांधा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विजयादशमी के मौके पर मंगलवार को फ्रांस में शस्त्र पूजा के बाद राफेल विमान में उड़ान भरी। करीब आधे घंटे की उड़ान के बाद राफेल ने लैंडिंग की। राफेल में उड़ान भरने के बाद राजनाथ सिंह ने कहा, 'यह बहुत आरामदायक और सहज फ्लाइट थी। यह अनोखा लम्हा है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं किसी एयरक्राफ्ट में एक दिन सुपरसोनिक गति से उड़ान भरूंगा।'
राफेल RB-001 की इस पहली उड़ान के दौरान रक्षा मंत्री पिछली कॉकपिट में बैठे हुए थे जबकि एक फ्रांसीसी पायलट ने इसे उड़ाया। इस विमान का RB-001 नाम भारतीय वायुसेना के मौजूदा प्रमुख राकेश कुमार सिंह भदौरिया के नाम पर रखा गया है। एयर चीफ मार्शल राकेश भदौरिया ने 2016 में राफेल डील में अहम भूमिका निभाई थी।
इससे पहले रक्षा मंत्री ने पहला राफेल हासिल करने के बाद उसकी शस्त्र पूजा की। उन्होंने राफेल पर 'ऊं' लिखा और रक्षा सूत्र भी विमान पर बांधा। राफेल का पहला विमान हासिल करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा यह विमान भारत की वायुसेना को और ताकत देगा। राजनाथ ने कहा, 'हमें खुशी है कि राफेल विमान की डिलिवरी सही समय से हो रही है। हमें इस बात की भी खुशी है कि यह विमान हमारी वायुसेना की क्षमता में वृद्धि करेगा।'
#WATCH Mérignac(France): #Rafale jet carrying Defence Minister Rajnath Singh takes off for a sortie. It is being flown by Philippe Duchateau, head test pilot of Dassualt Aviation. pic.twitter.com/i99hZmB7aF
— ANI (@ANI) October 8, 2019
राजनाथ सिंह भारतीय वायुसेना के लिए पहला राफेल विमान को प्राप्त करने के लिये यहां फ्रांस के दक्षिण-पश्चिम शहर बरदो के मेरिनियाक में आयोजित समारोह में शामिल हुए हैं। सिंह ने इससे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की और कहा कि उनकी यात्रा का उद्देश्य भारत और फ्रांस के बीच ‘रणनीतिक साझेदारी’ को बढ़ाना है। आज भारतीय वायु सेना का 87वां स्थापना दिवस भी है।
गौरतलब है कि भारत ने 59,000 करोड़ रूपये के सौदे के तहत सितंबर 2016 में फ्रांस से 36 लड़ाकू विमान खरीद का आर्डर दिया था। चार लड़ाकू विमानों की प्रथम खेप भारत में वायुसेना के अड्डे पर मई 2020 में आएगी। सभी 36 लड़ाकू विमानों के सितंबर 2022 तक भारत पहुंचने की उम्मीद हैं।