Puthupalli by-election: सरकारी पशु चिकित्सा केंद्र की अस्थायी महिला सफाईकर्मी को नौकरी से हटाया, महिला ने ओमन चांडी की प्रशंसा की थी, जानें एलडीएफ सरकार ने क्या कहा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 22, 2023 05:25 PM2023-08-22T17:25:32+5:302023-08-22T17:26:59+5:30
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाली वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार ने इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि महिला को हटाने के पीछे कोई राजनीतिक वजह नहीं है।
कोट्टायमः केरल के बहुप्रतीक्षित पुथुपल्ली उपचुनाव से कुछ ही दिन पहले निर्वाचन क्षेत्र में एक सरकारी पशु चिकित्सा केंद्र की अस्थायी महिला सफाईकर्मी को नौकरी से हटाने पर राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। विपक्षी पार्टी कांग्रेस महिला के समर्थन में आ गई है। कांग्रेस ने दावा कि महिला ने एक टेलीविजन कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी की प्रशंसा की थी जिसके कारण उसे अपनी नौकरी गंवानी पड़ी।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाली वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार ने इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि महिला को हटाने के पीछे कोई राजनीतिक वजह नहीं है। पशु चिकित्सा केंद्र में अस्थायी सफाईकर्मी के तौर पर काम करने वाली पीओ सती अम्मा ने बताया कि एक टीवी चैनल के एक रिपोर्टर ने हाल ही में अपने कार्यक्रम के लिए उनसे विचार जाने थे जिसमें उन्होंने संकट के समय में परिवार को चांडी से मिली सहायता के बारे में बताया था। चैनल पर कार्यक्रम में महिला ने यह भी कहा कि दिवंगत कांग्रेस नेता के बेटे चांडी ओमन पुथुपल्ली उपचुनाव जीतेंगे।
एक अखबार की खबर में मंगलवार को सती अम्मा के हवाले से कहा गया कि इस सप्ताह की शुरुआत में कार्यक्रम टीवी पर प्रसारित होने के बाद उन्हें पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने काम पर आने से मना कर दिया है। नौकरी से हटाने की निंदा करते हुए उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार चांडी ओमन ने कहा कि यह घटना संकेत है कि राज्य में जो कोई भी सरकार के खिलाफ बोलेगा उसे ऐसे ही सजा दी जाएगी।
उन्होंने पुथुपल्ली में अपने अभियान के बीच संवाददाताओं से कहा, ‘‘केरल में वामपंथी सरकार में अभिव्यक्ति की कोई स्वतंत्रता नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यहां कोई स्वतंत्र नहीं... कोई लोकतंत्र नहीं। यहां तक कि अपनी बात कहने वालों को भी (नौकरी से) निकाला जा रहा है। यह किसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं, सभी के लिए एक संकेत है।’’
इसी तरह के विचार साझा करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वीडी सतीसन ने कहा कि सती अम्मा पिनराई विजयन सरकार की असहिष्णुता का प्रतीक है। इस घटना ने सभी को आहत किया है। उन्होंने यह भी कहा कि ओमन चांडी ऐसे नेता थे जो महिला के परिवार के साथ तब खड़े हुए जब वह कठिनाइयों का सामना कर रहा था।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘इस बात का खुलासा महिला ने मीडिया के सामने किया। क्या उसे हटाने की यही वजह है? क्या उसे अपनी बात कहने की आजादी नहीं है?’’ इस बीच, पशुपालन विभाग के सूत्रों ने बताया महिला को अखिल महिला समूह कुदुम्बश्री के माध्यम से भर्ती किया गया था और कार्यकाल समाप्त होने पर उसे हटा दिया गया।
पशुपालन मंत्री जे चिंचू रानी ने भी सती अम्मा को अस्थायी नौकरी से हटाने में राजनीतिक हस्तक्षेप के आरोपों को खारिज कर दिया और विस्तृत स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने बताया कि सती अम्मा वह महिला नहीं थी, जिसे रिक्त पद के लिए कुदुम्बश्री के माध्यम से भर्ती किया गया था और इस संबंध में एक किसान से हाल ही में एक शिकायत मिली थी।
पशुपालन मंत्री ने कहा कि उप निदेशक के निरीक्षण के दौरान भी पाया गया कि सती अम्मा वास्तव में नौकरी के लिए भर्ती किए गए व्यक्ति के स्थान पर काम कर रही थी। इसके आधार पर ही उसे नौकरी से हटाया गया है। मंत्री ने दावा किया कि इसका चांडी की प्रशंसा करने वाली उनकी टिप्पणियों से कोई लेना-देना नहीं है।