नाभा, 18 जून: पंजाब के दीपक गुप्ता ने अपने सपने को पूरा करने के लिए सिंगापुर में स्थापित करियर को छोड़ दिया और देश लौटकर डेयरी का अपना काम शुरू किया। स्वदेश लौटने के दो साल बाद वह हिमालयन क्रीमरी नाम की कंपनी बनाकर अपने सपने को मुकाम देने में सफल हो चुके हैं।
गुप्ता ने कहा कि उन्हें स्थापित करियर छोड़ने का कोई अफसोस नहीं है। उन्होंने कहा, 'अफसोस क्यों होना चाहिए?' उन्होंने 20 एकड़ जमीन में डेयरी स्थापित की है, जिसमें होल्सटीन फ्रीजिएन तथा जर्सी नस्ल की 350 गायें हैं।
गुप्ता ने कहा, 'मेरा सपना था कि मैं उपभोक्ताओं को अनछुआ दूध उपलब्ध कराऊं। यह नया नहीं है बल्कि दुनिया भर में 'फार्म टू टेबल' डेयरी कारोबार के नाम से काफी प्रचलित है जिसे उपभोक्ता पसंद भी करते हैं।'
उन्होंने कहा कि उनकी डेयरी में दूध को हाथ से छुआ भी नहीं जाता और सीधे शीतगृह में भंडारित किया जाता है। इसके बाद उसे रेफ्रिजरेटेड ट्रकों के जरिये उपभोक्ताओं तक आपूर्ति की जाती है।
उन्होंने कहा कि गायों के चारे के लिए वह फार्म में है जैविक पद्धति से उगे गेहूं और सब्जियों का इस्तेमाल करते हैं। गायों के अपशिष्ट का इस्तेमाल कर बायोगैस और उर्वरक भी तैयार किया जाता है।