पंजाब में एक ओर जहां बिजली संकट को लेकर सियासत तेज है तो वहीं दूसरी ओर पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के घर के बकाया बिजली बिल के मामले उनकी पत्नी नवजोत कौर बचाव में उतरी है।
कांग्रेस नेता सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने एक वीडियो जारी कर सुखबीर सिंह बादल को दो टूक जवाब दिया है। बकाया बिजली बिल के मुद्दे पर पंजाब की पूर्व मंत्री नवजोत कौर सिद्धू ने अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के उन आरोपों का जवाब दिया है जिसमें बादल ने आरोप लगाते हुए कहा था कि नवजोद सिद्दधू ने 8 लाख रुपये का बिजली बिल नहीं भरा है।
नवजोत कौर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर सुखबीर बादल को दो टूक जवाब दिया। उन्होने कहा, 'हम मेहनत से पैसा कमाकर इज्जत की रोटी खाते हैं, आपकी तरह सरकारी पैसे पर अपना गुजारा नहीं करते।'
उन्होंने कहा कि हमारा मामला ये था कि हमें सर्दियों और गर्मियों में पावर कंपनी की तरफ से एक सामान बिल मिल रहे थे। इसकी जांच के लिए ही हमने अपील दायर की थी। नवजोत कौर ने कहा कि जांच में जो भी बिल सामने आएगा, उसे हम भरेंगे।
नवजोत कौर ने सुखबीर सिंह बादल पर आरोप लगाते हुए कहा, 'आपके परिवार के लोगों के पास इलाज के लिए पैसे हैं, फिर भी वो सरकारी पैसे से इलाज करवाते हैं, लेकिन हम अपनी यात्रा भी निजी पैसे से करते हैं, हम आपकी तरह नहीं है जो सरकार के पैसे का फायदा उठाते हैं।'
गौरतलब है कि पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू के बकाया बिजली बिलों को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। सिद्धू के कथित रूप से बकाया बिलों पर टिप्पणी करते हुए सुखबीर सिंह बादल ने कहा था कि सिद्धू के पिछले आठ महीनों का बिजली बिल बकाया है और ये अमाउंट 8 लाख रुपए के करीब है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमृतसर स्थित सिद्धू के घर का पिछले आठ महीने से बिजली का बिल नहीं भरा गया है। हालांकि इसको लेकर बिजली विभाग की तरफ से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।
इससे पहले सिद्धू ने पंजाब में बिजली संकट का मुद्दा उठाया जिस पर खूब सियासी बयानबाजी हो रही थी। सिद्धू ने ट्विट कर बिजली से जुड़े हर मुद्दे का विस्तृत ब्यौर भी दिया था।
कांग्रेस नेता सि्द्धू ने कहा था कि सही दिशा काम किया जाए तो बिजली कटौती की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा था कि पंजाब 4.54 रुपए प्रति यूनिट की औसत लागत पर बिजली खरीद रहा है। राष्ट्रीय औसत 3.85 रुपए है और चंडीगढ़ में 3.44 रुपए प्रति यूनिट पर बिजली खरीदी जाती है।
सिद्धू के अनुसार पंजाब को बिजली खरीदने के लिए 3 प्राइवेट थर्मल प्लांट पर ज्यादा निर्भर रहना पड़ता है और 5-8 रुपए प्रति यूनिट पर बिजली खरीदनी पड़ती है जो बाकी राज्यों से ज्यादा हैं।
उन्होंने आगे कहा, 'बादल सरकार ने 3 प्राइवेट थर्मल प्लांट के साथ बिजली खरीद समझौते (PPA) एग्रीमेंट साइन किए। इस एग्रीमेंट में गलत क्लॉज के चलते साल 2020 तक पंजाब सरकार पहले ही 54 सौ करोड़ रुपए का भुगतान कर चुकी है और पंजाब के लोगों के 65 हजार करोड़ रुपए का भुगतान फिक्स्ड चार्ज के रूप में कर सकती है।'