पंजाब चुनावः जीत की संभावना एकमात्र मानदंड होगा, नवजोत सिंह सिद्धू बोले- मौजूदा विधायक होना उम्मीदवारी की गारंटी नहीं...

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 17, 2021 01:54 PM2021-11-17T13:54:53+5:302021-11-17T13:56:03+5:30

पंजाब चुनावः नवजोत सिंह सिद्धू के साथ कांग्रेस महासचिव हरीश चौधरी और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी थे।

punjab elections 2022 Navjot Singh Sidhu Winnability sole criteria for candidate selection MLA doesn’t guarantee ticket | पंजाब चुनावः जीत की संभावना एकमात्र मानदंड होगा, नवजोत सिंह सिद्धू बोले- मौजूदा विधायक होना उम्मीदवारी की गारंटी नहीं...

सिद्धू ने स्पष्ट रूप से खुद को और चन्नी को रथ का दो पहिया बताया और जोर दिया कि एक भी पहिया के गायब होने पर रथ को नहीं चलाया जा सकता है। (file photo)

Highlightsजिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों की सूची जल्द ही जारी की जाएगी।कांग्रेस फैसला करेगी, सर्वेक्षण कराया जाएगा, आलाकमान फैसला करेगा। पंजाब का हर व्यक्ति मुख्यमंत्री का चेहरा है।

चंडीगढ़ः पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के डेढ़ महीने बाद और इसे वापस लेने के ग्यारह दिन बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने राज्य पार्टी कार्यालय में फिर से कार्यभार संभाला। कहा कि जीत की संभावना ही एकमात्र मानदंड होगा और मौजूदा विधायक होना उम्मीदवारी की गारंटी नहीं है।

एआईसीसी महासचिव हरीश चौधरी की उपस्थिति में कार्यभार संभालने वाले सिद्धू ने कहा कि जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों की एक सूची जल्द ही जारी की जाएगी और कहा कि पार्टी एकजुट है और जल्द ही "संगठन और शासन के पहलुओं पर एक ठोस रोडमैप" पेश करेगी।

इससे पहले सिद्धू ने शर्त रखी थी कि जिस दिन नए महाधिवक्ता की नियुक्ति की जाएगी और नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) की नियुक्ति के लिए संघ लोक सेवा आयोग से पैनल आएगा, उसके बाद ही वह कार्यभार संभालेंगे। सिद्धू ने इससे पहले इन पदों पर हुई नियुक्तियों पर आपत्ति जताते हुए पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। पंजाब सरकार ने इस महीने की शुरुआत में महाधिवक्ता ए पी एस देओल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया था।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी एकजुट है। सिद्धू ने कहा कि आगामी चुनावों के लिए उम्मीदवारों की जीतने की संभावना ही योग्यता होगी। उन्होंने कहा, "हम मानदंडों से कोई समझौता नहीं करेंगे।" सिद्धू ने कहा कि इस बात की गारंटी नहीं होगी कि एक बार कोई व्यक्ति विधायक बन गया तो चुनाव लड़ने के लिए उन्हें फिर से टिकट मिल जाएगा।

उन्होंने कहा, "पार्टी फैसला करेगी, सर्वेक्षण कराया जाएगा, आलाकमान फैसला करेगा। हमारे पास एक बहुत ही अच्छी लोकतांत्रिक प्रणाली है, जो उम्मीदवारों के बारे में फैसला करेगी लेकिन मानदंड योग्यता है।" चुनाव के लिए किसी पार्टी के साथ गठबंधन के सवाल पर चौधरी ने कहा कि इस समय गठबंधन के बारे में कोई बातचीत नहीं हो रही है।

हालांकि, उन्होंने कहा कि पार्टी समान विचारधारा वाली पार्टियों पर विचार कर सकती है, जिनके पास पंजाब और पंजाबियत को आगे ले जाने की दृष्टि है। चुनाव में मुख्यमंत्री के चेहरे के बारे में पूछे गए एक सवाल पर, चौधरी ने स्पष्ट जवाब देने से परहेज करते हुए कहा कि उनके लिए पंजाब का हर व्यक्ति मुख्यमंत्री का चेहरा है।

चौधरी ने कहा कि सिद्धू के नेतृत्व में पार्टी की राज्य इकाई और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में राज्य सरकार पंजाब को आगे ले जाएगी। सिद्धू ने कहा कि पंजाब को आर्थिक संकट से उबारने के लिए पार्टी एक ठोस योजना लेकर आएगी। उन्होंने कहा, "आय बढ़ा कर अवसर पैदा करने होंगे।’’ सिद्धू ने स्पष्ट रूप से खुद को और चन्नी को रथ का दो पहिया बताया और जोर दिया कि एक भी पहिया के गायब होने पर रथ को नहीं चलाया जा सकता है।

Web Title: punjab elections 2022 Navjot Singh Sidhu Winnability sole criteria for candidate selection MLA doesn’t guarantee ticket

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