Punjab Election 2022: पंजाब कांग्रेस में एक और बगावत, कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह के बेटे को टिकट नहीं, यहां से लड़ेंगे निर्दलीय
By सतीश कुमार सिंह | Published: January 17, 2022 04:11 PM2022-01-17T16:11:13+5:302022-01-17T16:12:14+5:30
Punjab Election 2022: चुनाव आयोग ने सोमवार को कहा कि गुरु रविदास जयंती के मद्देनजर पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 14 फरवरी के बजाय 20 फरवरी को होगा।
Punjab Election 2022: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई और एक अन्य रिश्तेदार को टिकट से वंचित कर दिया गया। कांग्रेस में बगावत तेज हो गई है। शनिवार को कांग्रेस ने 86 उम्मीदवारों की पहली सूची की थी।
इस बीच पंजाब के बिजली मंत्री राणा गुरजीत सिंह के बेटे राणा इंदर प्रताप सिंह ने मौजूदा विधायक और कांग्रेस उम्मीदवार नवतेज सिंह चीमा पर गंभीर आरोप लगाते हुए सुल्तानपुर लोधी से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा की है। राणा जूनियर ने कहा है कि उन्होंने इस सीट पर कांग्रेस को बचाने के लिए चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
पिछले करीब दो महीने से इस क्षेत्र में काम कर रहे राणा इंदर प्रताप ने कांग्रेस के टिकट के लिए भी आवेदन किया था, लेकिन पार्टी ने एक बार फिर चीमा पर दांव लगाना पसंद किया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ूंगा और नवतेज सिंह चीमा को हराना मेरा लक्ष्य है।
शनिवार को जारी की गयी कांग्रेस की 86 उम्मीदवारों की पहली सूची में बस्सी पठाना (अनुसूचित जाति आरक्षित) सीट से वर्तमान विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी को ही टिकट दिया है, जबकि इस सीट पर चन्नी के भाई मनोहर सिंह की नजरें थीं। मनोहर सिंह ने रविवार को इस सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की।
कांग्रेस ने पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को 86 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की थी। इसमें मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर रंधावा और ओ पी सोनी समेत कई वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं। मुख्यमंत्री चन्नी चमकौर साहिब से एक बार फिर चुनाव लड़ेंगे।
वह रूपनगर जिले की इस सीट से साल 2007 से लगातार विधायक हैं। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सिद्धू को एक बार फिर से उनके मौजूदा विधानसभा क्षेत्र अमृतसर पूर्व से उम्मीदवार बनाया गया है। वह साल 2017 में इस सीट से निर्वाचित हुए थे। साल 2012 में उनकी पत्नी नवजोत कौर ने इस सीट पर भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की थी। चन्नी के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल दोनों उप मुख्यमंत्रियों को उनकी वर्तमान सीट से ही टिकट दिया गया है।