Punjab Election 2022: मुख्यमंत्री चन्नी ने बाद बीजेपी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा, पंजाब में चुनाव स्थगित करने की मांग, जानें क्या है वजह
By सतीश कुमार सिंह | Published: January 16, 2022 07:42 PM2022-01-16T19:42:03+5:302022-01-16T20:47:29+5:30
Punjab Election 2022: पंजाब की 117 विधानसभा सीटों के लिए 14 फरवरी को मतदान होगा और मतों की गिनती 10 मार्च को होगी।
Punjab Election 2022: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने 14 फरवरी को होने जा रहे राज्य विधानसभा चुनाव को गुरु रविदास जयंती के मद्देनजर निर्वाचन आयोग से छह दिनों के लिए टालने का आग्रह किया है। इस बीच बीजेपी ने पत्र लिखा है।
पंजाब भाजपा ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि 14 फरवरी को राज्य विधानसभा चुनाव स्थगित कर दिया जाए। क्योंकि राज्य के एससी समुदाय के कई लोग 16 फरवरी को गुरु रविदास जयंती के मद्देनजर वाराणसी का दौरा करेंगे। पंजाब की 117 विधानसभा सीटों के लिए 14 फरवरी को मतदान होगा और मतों की गिनती 10 मार्च को होगी।
Punjab BJP writes to Chief Election Commissioner requesting him "to postpone Feb 14 State Assembly polls as many people from SC community from the State would visit Varanasi, in view of Guru Ravidas birth anniversary on Feb 16 pic.twitter.com/OvLrSYiVns
— ANI (@ANI) January 16, 2022
भाजपा की पंजाब इकाई के महासचिव सुभाष शर्मा ने रविवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त को लिखे एक पत्र में चुनाव की तारीख आगे बढ़ाने की मांग करते हुए कहा, ‘‘राज्य में अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय सहित गुरु रविदास जी के अनुयायियों की अच्छी खासी आबादी है, जो पंजाब की आबादी का लगभग 32 प्रतिशत है।’’
शर्मा ने लिखा है, ‘‘इस पावन अवसर पर लाखों श्रद्धालु उत्तर प्रदेश के बनारस में गुरुपर्व मनाने के लिए जाएंगे। इस कारण से उनके लिए मतदान प्रक्रिया में भाग लेना संभव नहीं होगा। इसलिए आप सभी से अनुरोध है कि मतदान की तिथि को आगे बढ़ाया जाए ताकि पंजाब के ये मतदाता चुनाव प्रक्रिया में भाग ले सकें।’’ शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के प्रमुख सुखदेव सिंह ढींढसा ने भी निर्वाचन आयोग को लिखे पत्र में मतदान की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा को लिखे एक पत्र में चन्नी ने कहा है कि अनुसूचित जाति समुदाय के कुछ प्रतिनिधियों द्वारा उनके यह संज्ञान में लाया गया है, जो राज्य की आबादी का लगभग 32 प्रतिशत हैं, कि गुरु रविदास जयंती 16 फरवरी को पड़ रही है।
चन्नी ने लिखा, ‘‘इस अवसर पर राज्य से बड़ी संख्या में अनुसूचित जाति के श्रद्धालुओं (करीब 20 लाख) के 10 से 16 फरवरी के बीच उत्तर प्रदेश के बनारस जाने की संभावना है।’’ उन्होंने 13 जनवरी को लिखे पत्र में कहा, ‘‘ऐसी स्थिति में इस समुदाय के कई लोग राज्य विधानसभा के लिए वोट नहीं डाल पाएंगे, जबकि यह उनका संवैधानिक अधिकार है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने अनुरोध किया है कि मतदान की तारीख को इस तरह से बढ़ाया जा सकता है कि वे 10 फरवरी से 16 फरवरी तक बनारस जा सकें और विधानसभा चुनाव में भी भाग ले सकें।’’ चन्नी ने कहा, ‘‘यह उचित होगा कि पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के लिए मतदान कम से कम छह दिनों के लिए स्थगित कर दिया जाए ताकि लगभग 20 लाख लोग राज्य विधानसभा चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें।’’ इससे पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पंजाब प्रमुख जसवीर सिंह गढ़ी ने आयोग से मतदान की तिथि 14 फरवरी से बढ़ाकर 20 फरवरी करने की मांग की थी।
(इनपुट एजेंसी)