चंडीगढ़ः पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर पाकिस्तानी पत्रकार अरुसा आलम के साथ दोस्ती को लेकर निशाना साधा और आरोप लगाया कि राज्य में एक भी अधिकारी की तैनाती आलम को ‘पैसे, तोहफे’ दिये बिना नहीं हुई।
सिद्धू के प्रधान रणनीतिक सलाहकार मोहम्मद मुस्तफा ने भी सिंह पर निशाना साधा जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री ने उन पर पलटवार किया। सिद्धू की पत्नी के आरोपों से एक दिन पहले पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा था कि यह पता लगाने के लिए जांच की जाएगी कि कई साल से सिंह से मिलने आती रहीं पाकिस्तानी पत्रकार का क्या पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ कोई संबंध है। पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू ने अमृतसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘पंजाब में एक भी पदस्थापना अरूसा आलम को पैसे या तोहफे दिये बिना नहीं हुई।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस विभाग में भी कोई तैनाती आलम की सहमति के बिना नहीं हुई और पाकिस्तानी पत्रकार सारा धन लेकर चली गयीं। सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने शुक्रवार को आलम की कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ तस्वीर ट्विटर पर साझा की।
इस बारे में पूछे गये सवाल पर नवजोत कौर ने कहा कि यह पुरानी तस्वीर है। मुस्तफा ने आलम की पंजाब के पूर्व मुख्य सचिव और पूर्व पुलिस महानिदेशक के साथ तस्वीर साझा की थी जिस पर सिंह ने मुस्तफा को आड़े हाथ लिया। इसके जवाब में ठुकराल ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर दो तस्वीर साझा कीं।
अमरिंदर की पाकिस्तानी मित्र के आईएसआई से संबंध हैं या नहीं, इसकी जांच की जाएगी:रंधावा
पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा का कहना है कि इस बात की जांच की जाएगी कि क्या पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से पिछले कई वर्षों से मुलाकात करती रहीं पाकिस्तानी पत्रकार अरुसा आलम के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध हैं या नहीं। इस पर सिंह ने कांग्रेस नेता पर पलटवार कर कहा कि रंधावा अब निजी हमले करने का प्रयास कर रहे हैं।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बात की जांच की जाएगी कि क्या आलम के आईएसआई के साथ किसी भी तरह के संबंध हैं या नहीं और पुलिस महानिदेशक को इस मामले को देखने को कहा गया है। सिंह ने कहा कि आलम केंद्र की अनुमति के बाद पिछले 16 वर्षों से भारत की यात्रा कर रही थीं। पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार ने सिंह के हवाले से ट्वीट कर कहा, '' सुखजिंदर आप मेरी कैबिनेट में मंत्री थे। तब कभी भी आपसे अरुसा आलम को लेकर शिकायत करते नहीं सुना। आलम केंद्र की अनुमति लेकर पिछले 16 साल से भारत की यात्रा कर रही थीं।
क्या आप ये आरोप लगा रहे हैं कि इस अवधि में केंद्र में राजग और कांग्रेस नीत यूपीए दोनों ही सरकारों की पाकिस्तानी आईएसआई से मिलीभगत रही?'' रंधावा ने दावा किया कि सिंह की लंबे समय से आलम के साथ मित्रता रही है और वह कई वर्षों तक भारत में रहीं और केंद्र सरकार ने समय-समय पर उनके वीजा को बढ़ाया।
रंधावा ने बृहस्पतिवार को जालंधर में संवाददाताओं से कहा कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस में हुए हालिया घटनाक्रम के मद्देनजर सिंह के पद से हटने के बाद आलम वापस पाकिस्तान चली गईं। उन्होंने कहा, '' अरुसा लगभग साढ़े चार साल भारत में रहीं और समय-समय पर उनका वीजा बढ़ाया गया।
दिल्ली ने उनका वीजा रद्द क्यों नहीं किया? जब हम अमरिंदर सिंह के खिलाफ गए, तब वह भारत छोड़कर क्यों चली गईं?'' उप मुख्यमंत्री ने कहा, '' मुझे लगता है कि इन सभी चीजों की जांच किए जाने की जरूरत है और कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी इन सवालों के जवाब देने होंगे।''
इस पर पलटवार करते हुए सिंह ने कहा, '' सुखजिंदर रंधावा, तो अब आप निजी हमले कर रहे हैं। एक महीने पदभार संभालने के बाद अब आपके पास यही सब है लोगों को दिखाने के लिए। बरगारी और मादक पदार्थ मामलों को लेकर किए गए बड़े-बड़े वादों का क्या हुआ?''