पंजाब में आम आदमी पार्टी के एक विधायक ने कहा है कि वह विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सिर्फ 11 मिनट में सदन की कार्यवाही स्थगित होने के विरोध में अपने यात्रा, मंहगाई भत्ते और अन्य लाभ लेने से इनकार कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि इससे लाखों का जनधन बर्बाद हुआ है।
पंजाब विधानसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि उनकी अतंरात्मा उन्हें 13 दिसंबर को सदन में बैठक के लिये मिलने वाले यात्रा, मंहगाई भत्ते और दूसरे लाभ लेने की इजाजत नहीं देती।
उस दिन दिवंगतों को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही 11 मिनट में ही स्थगित कर दी गई और राज्य या जनता से जुड़े मु्द्दों पर कोई विचार नहीं किया गया। सुनाम से विधायक ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने हाल ही में कहा था कि सदन की एक दिन की कार्यवाही पर 70 लाख रुपए खर्च होते हैं।
आप विधायक ने कहा कि ऐसे समय में जब राज्य पर 2.5 लाख करोड़ रुपए का कर्ज हो, किसान आत्महत्या कर रहे हों, युवाओं के लिये नौकरियां न हों, उद्योग और व्यापार ठीक न हों, शिक्षक कम तनख्वाह पर काम करने को मजबूर हों, इस तरह पैसे की बर्बादी राज्य के वित्तीय हालात के प्रति सरकार के असंवेदनशील रवैये को दर्शाती है।