पुणे: हिंदुत्ववादी नेता मिलिंद एकबोटे सहित 20 के खिलाफ एफआईआर दर्ज, विवादित धार्मिक स्थान पर लोगों को इकट्ठा करने का आरोप
By विशाल कुमार | Published: March 3, 2022 08:01 AM2022-03-03T08:01:25+5:302022-03-03T08:13:49+5:30
एकबोटे और 19 अन्य पर आरोप है कि बीते मंगलवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर कस्बा पेठ में एक विवादित धार्मिक स्थान के पास एक सार्वजनिक सड़क पर एक 'महाआरती' करने के लिए सोशल मीडिया पर संदेश भेजे और लोगों को आमंत्रित किया।
पुणे: पुणे सिटी पुलिस ने हिंदुत्व नेता मिलिंद एकबोटे और 19 अन्य के खिलाफ सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए लोगों को इकट्ठा करने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, एकबोटे और 19 अन्य पर आरोप है कि बीते मंगलवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर कस्बा पेठ में एक विवादित धार्मिक स्थान के पास एक सार्वजनिक सड़क पर एक 'महाआरती' करने के लिए सोशल मीडिया पर संदेश भेजे और लोगों को आमंत्रित किया।
इस संबंध में कॉन्सटेबल मयूर पंधारे ने फारसखाना पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर दर्ज कराई है। यह आरोप लगाया गया है कि कस्बा पेठ में पावले चौक के पास पुण्येश्वर मंदिर के ऊपर एक दरगाह का निर्माण किया गया था और विवाद पुणे की एक अदालत में लंबित है।
पुलिस ने कहा कि अदालत ने आदेश दिया है कि इस स्थल पर सभी निर्माण कार्य रोक दिए जाएं। मंगलवार को, एकबोटे और उनके सहयोगियों ने कथित तौर पर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर संदेश प्रसारित करके एक धार्मिक कार्यक्रम के लिए कस्बा पेठ के पावले चौक पर लोगों को इकट्ठा किया।
पुलिस ने कहा कि नंदकिशोर एकबोटे द्वारा लिखित एक किताब को मौके पर वितरित किया गया था, जिसमें दावा किया गया था कि विवादित स्थल पर अवैध निर्माण चल रहा है। एकबोटे द्वारा लिखित इस किताब को भी आरोपी के रूप में भी नामित किया गया है।
बता दें कि, 1 जनवरी को 2018 को भीमा-कोरेगांव की लड़ाई की 200वीं सालगिरह के कार्यक्रम में हिंदुत्ववादी नेता संभाजी भिड़े के साथ एकबोटे भी आरोपी है। आरोप है कि दोनों दलित समुदाय के लोगों पर हमला किया था, जिसमें एक दलित व्यक्ति की मौत हो गई जबकि कई घायल हो गए।