बुधवार दोपहर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 44 जवानों के शहीद हो जाने के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार (15 फ़रवरी) को श्रीनगर जाएंगे। राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से भी फोन पर बात करके हालात का जायजा लिया है।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, आईबी निदेशक राजीव जैन और स्पेशल डीआईबी से भी पुलवामा आतंकी हमले से उपजे हालात पर चर्चा की।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सीआरपीएफ के डीजी आरआर भटनागर से फोन करके मामले की जानकारी ली है।
बुधवार दोपहर 3.37 पर सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाटी हमलावर ने विस्फोटकों भरी कार से हमला कर दिया।
इस आत्मघाती हमले में 45 से घायल होने का समाचार है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार सीआरपीएफ के काफिले में करीब 70 बसें शामिल थीं जिनमें 2500 जवान सवार थे।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार आत्मघाती हमले के बाद आतंकवादियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर गोलीबारी शुरू कर दी जिसके जवाब में सुरक्षाबलों ने भी गोलीबारी की।
इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। जैश-ए-मोहम्मद ने एक तस्वीर जारी करके दावा किया है कि सीआरपीएफ के काफिले पर आदिल अहमद नामक आतंकवादी ने हमला किया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आदिल अहमद पुलवामा का ही रहने वाला है और कुछ साल पहले ही आतंकवादी संगठन जैश में शामिल हुआ था।
सीआरपीएफ के आईजी (आपरेशन) ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस हमले की पोस्ट-ब्लास्ट जाँच कर रही है और उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही वो इस बारे में कोई आधिकारिक टिप्पणी कर पाएंगे।
हालाँकि आईजी ने कहा कि यह साफ है कि यह आतंकवादी हमला है।