पुदुच्चेरी: छात्रों ने की राज्यपाल किरण बेदी को कॉलेज में घेरने की कोशिश, इस वजह से है नाराजगी
By भारती द्विवेदी | Published: October 19, 2018 11:56 AM2018-10-19T11:56:48+5:302018-10-19T11:56:48+5:30
वहीं इस पूरे मामले पर लेफ्टिनेंट गर्वनर के सचिवालय की तरफ से एक प्रेस रिलीज जारी किया गया है। प्रेस रिलीज में कहा गया है कि एडिमिनिस्ट्रेशन को लेकर मिली कई शिकायतों के बाद उपराज्यपाल कॉलेज गई थी। वो बुधवार को सुबह 11.30 बजे कॉलेज परिसर पहुंची थी।
नई दिल्ली, 19 अक्टूबर: पुदुच्चेरी की राज्यपाल किरण बेदी को एक कॉलेज में छात्रों की नाराजगी झेलनी पड़ी है। किरण बेदी पुदुच्चेरी के डॉक्टर भीमराव आंबेडकर लॉ कॉलेज में बतौर गेस्ट पहुंची थीं। वहां पर कुछ छात्रों ने किरण बेदी को कॉलेज से बाहर नहीं निकलने दिया। अपनी समस्या नहीं सुने जाने से नाराज छात्रों ने कॉलेज के गेट बंद कर दिया था ताकि वो कॉलेज से बाहर नहीं जा सके। छात्रों का कहना है कि किरण बेदी ने उनकी समस्या सुनने से इंकार कर दिया था।
वहीं इस पूरे मामले पर लेफ्टिनेंट गर्वनर के सचिवालय की तरफ से एक प्रेस रिलीज जारी किया गया है। प्रेस रिलीज में कहा गया है कि एडिमिनिस्ट्रेशन को लेकर मिली कई शिकायतों के बाद उपराज्यपाल कॉलेज गई थी। वो बुधवार को सुबह 11.30 बजे कॉलेज परिसर पहुंची थी। आधा घंटे तक कॉलेज का निरीक्षण करने के बाद वो जाने लगी। वहीं सचिवालय के एक प्रतिनिधि का दावा है कि उन्होंने छात्रों को 5 बजे अपने ओपन हाउस में बुलाया है और अंग्रेजी में लिखित शिकायत देने को कहा है, पर छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्होंने उनके अनुरोधों पर ध्यान ही नहीं दिया।
कानून की पढ़ाई कर रहे एक छात्र ने नाम ना छापने के शर्त पर टीएनएम को बताया कि हमें कॉलेज की तरफ से हमें पिछले हफ्ते ये सूचना दी गई थी कि किरण बेदी के साथ हमारा बातचीत का सेशन होने वाला है। उनके आने की तैयारी को लेकर छात्रों ने पूरे कैंपस को साफ किया और ऐसा हमने इसलिए किया था क्योंकि हमारा पास उनसे बात करक अपनी समस्या बताना का मौका था। छात्रों का आरोप है कि कैंपस में ना तो पीने का पानी है और ना ही ढंग का वॉशरूम। साथ ही यहां स्टॉफ की भी कमी है।
छात्रों का कहना है कि बेदी ने ओपन हाउस में भी उनकी तरफ ध्यान नही दिया। तब मजबूर होकर छात्रों ने उनके गाड़ी को घेर और गेट बंद कर दिया। कुछ देर चले इस तालाबंदी के बाद भी उन्हें कोई जवाब नही मिला। आखिर पुलिस ने उनको हटने के लिए मजबूर कर दिया। बेदी ने अपने स्टेटमेंट में कहा है कि छात्रों से उनकी बात हुई है और उन्होंने इस मामले को सुलझाने के लिए उन्होंने सेक्रेटी एजुकेशन की नियुक्ति की है। वो छात्रों के मांगों पर हर महीने रिपोर्ट देंगे। छात्रों ने साफ किया की उनके सामने ऐसा कुछ नही हुआ, बेदी का ये फैसला उनके धरने के बाद आया है।