बेंगलुरु, 16 फरवरी कांग्रेस की छात्र शाखा नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के कार्यकर्ताओं ने ‘टूलकिट’ मामले में पर्यावरण कार्यकर्ता दिशा रवि की गिरफ्तारी के खिलाफ मंगलवार को यहां प्रदर्शन किया।
उन्होंने नारेबाजी करते हुए उसे रिहा करने की मांग की।
वामपंथी “ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन” ने सोमवार को यहां ऐसा ही प्रदर्शन किया था।
काला मास्क पहने और हाथों में विरोध के नारों वाली तख्तियां लिये प्रदर्शनकारियों ने “दिशा रवि को मुक्त करो” के नारे लगाए।
प्रदर्शनकारियों ने हाथों में “किसानों के साथ खड़े होना राजद्रोह नहीं” और “जब अन्याय कानून बन जाए तो प्रतिरोध कर्तव्य बन जाता है” नारे लिखी तख्तियां ले रखी थीं।
शहर में सोमवार को भी एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था जिसमें इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने हिस्सा लिया था।
कर्नाटक की कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने मंगलवार को गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए कहा कि भारत एक अधिनायकवादी राष्ट्र बन रहा है और लोगों को यह एहसास होना चाहिए।
शिवकुमार ने आरोप लगाया, “दिशा रवि की गिरफ्तारी भारत के युवाओं की नैतिक ताकत को कमजोर करने और विरोध को अवैध बनाने के लिये किया गया हमला है।”
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धरमैया ने पूछा था कि कैसे किसानों को समर्थन देने के कृत्य की वजह से राजद्रोह का आरोप लग सकता है। उन्होंे “दिल्ली पुलिस के राजनीति से प्रेरित कृत्य” की आलोचना की।
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