‘रोल मॉडल’ गोडसे पर स्कूल में भाषण प्रतियोगिता आयोजित कराना ऑफिसर को पड़ गया भारी, गुजरात सरकार ने लिया यह एक्शन
By आजाद खान | Published: February 17, 2022 09:16 AM2022-02-17T09:16:19+5:302022-02-17T09:36:33+5:30
विद्यालय की प्रशासक के मुताबिक, "हमने इस प्रतियोगिता के आयोजन के लिए केवल अपने स्कूल परिसर को विभाग को उपलब्ध कराया था।"
अहमदाबाद: गुजरात सरकार ने वलसाड जिले की एक परिवीक्षाधीन युवा विकास अधिकारी को ‘‘मेरा रोल मॉडल- नाथूराम गोडसे’’ विषय पर स्कूली छात्रों के लिए भाषण प्रतियोगिता आयोजित करने को लेकर बुधवार को निलंबित कर दिया गया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है। यह मामला बुधवार को तब सामने आया जब वलसाड जिले के स्थानीय समाचार पत्रों ने यह दावा करते हुए खबरें प्रकाशित की कि एक छात्रा ने ‘‘मेरा रोल मॉडल - नाथूराम गोडसे’’ विषय पर भाषण प्रतियोगिता जीती है।
मंत्री हर्ष सांघवी ने कार्रवाई करने की बात कही
खेल, युवा एवं सांस्कृतिक गतिविधि राज्य मंत्री हर्ष सांघवी द्वारा कार्रवाई का आश्वासन दिए जाने के बाद वलसाड जिले की परिवीक्षाधीन वर्ग-2 जिला युवा विकास अधिकारी मिताबेन गवली को तत्काल निलंबित कर दिया गया है। सांघवी ने गांधीनगर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। हम दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।’’ कुछ घंटों के भीतर गवली को निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया गया है।
14 फरवरी को हुआ था आयोजन
आदेश में कहा गया है कि विभाग के वलसाड कार्यालय द्वारा 14 फरवरी को एक निजी स्कूल में आयोजित भाषण प्रतियोगिता के लिए विषय चयन में अधिकारी को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए थी। यह प्रतियोगिता पूरे वलसाड जिले के 11 से 13 वर्ष की आयु वर्ग के प्राथमिक विद्यालयों के छात्रों के लिए थी। निलंबन आदेश में कहा गया है, "14 फरवरी को आयोजित जिला स्तरीय प्रतियोगिता में स्कूली बच्चों को चुनने के लिए तीन विषय दिए गए थे।"
स्कूल ने झाड़ा अपना पल्ला
गवली द्वारा प्रदान किए गए विषयों में से एक ‘मेरा रोल मॉडल- नाथूराम गोडसे’ था। अन्य दो विषय थे ‘मुझे केवल वही पक्षी पसंद हैं जो आसमान में उड़ते हैं’ और ‘मैं वैज्ञानिक बनूंगा लेकिन अमेरिका नहीं जाऊंगा।’ विभाग के उप सचिव दीपक पटेल द्वारा हस्ताक्षरित निलंबन पत्र में कहा गया है कि विभाग ने जब वलसाड जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी बी डी बरियाया से जानकारी मांगी तो उन्होंने विभाग को बताया कि गवली ने इन विषयों का चयन किया था और भाषण प्रतियोगिता के बारे में सूचित करने के लिए प्राथमिक विद्यालयों को पत्र लिखा था। विवाद शुरू होने के बाद निजी स्कूल प्रबंधन ने स्पष्ट किया कि उसने केवल कार्यक्रम की मेजबानी की थी और इसका आयोजन नहीं किया था।
मामले में क्या कहा विद्यालय की प्रशासक ने
कुसुम विद्यालय की प्रशासक अर्चना देसाई ने कहा, ‘‘हमने इस प्रतियोगिता के आयोजन के लिए केवल अपने स्कूल परिसर को विभाग को उपलब्ध कराया था। न केवल विषय, यहां तक कि प्रतियोगिता के लिए निर्णय करने वालों का चयन वलसाड जिला कार्यालय द्वारा किया गया था।’’