लखनऊ/मेरठ, 9 जून। जर्मनी में होने वाले शूटिंग जूनियर वर्ल्ड कप के लिए भारत की ओर से कुल 6 लोगों ने क्वालीफाई किया है। इनमें उत्तर प्रदेश के मेरठ की रहने वाली 19 साल की प्रिया सिंह भी शामिल है। खास बात यह है कि प्रिया के पिता मजदूरी करते हैं जिसके चलते प्रिया के पास अपनी खुद की राइफल तक नहीं है। 22 जून से जर्मनी में आयोजित हो रही ISSF जूनियर वर्ल्ड कप की 50मीटर राइफल कैटेगरी में चुने जाने वाले 6 लोगों में से एक प्रिया सिंह अब तक दूसरों से मांगी हुई राइफल की बदौलत शूटिंग करती आईं हैं।
आर्थिक स्थिति लचर होने के चलते प्रिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई अन्य से मदद की गुहार लगाई थी जिसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रिया को मदद का भरोसा दिया है। जैसे ही प्रिया की प्रतिभा और उनकी मदद की गुहार की जानकरी सीएम योगी को मिली तो उन्होंने फौरन प्रिया के लिए 4.50 लाख रुपए की राशि को मंजूरी कर दी। इसके साथ ही उन्होंने मेरठ जिला मजिस्ट्रेट को प्रिया के आने-जाने के लिए वाहन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
वहीं इस मामले में स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की डायरेक्टर जनरल नीलम कपूर ने कहा कि, प्रिया सरकार के नेशनल कैंप का हिस्सा है। प्रिया के पिता ब्रजपाल सिंह ने बताया कि, मैंने प्रिया के लिए अपनी भैंस बेच दी। दोस्तो और पड़ोस के लोगों से भी कर्जा लिया लेकिन जर्मनी के लिए पैसा दे पाना मेरे बस में नहीं ता जिसके चलते मैंने विधायक, मुख्यमंत्री, खेल मंत्री और प्रधानमंत्री से मदद की गुहार लगाई थी।
इससे पहले प्रिया ने इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखते हुए कहा था कि मैं इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेना चाहती हूं, जिसके लिए मुझे 3 से 4 लाख रुपए की जरुरत है। मेरे पिता मजदूर हैं उन्होंने मेरे लिए पैसे जुटाने की पूरी कोशिश की लेकिन हो संभव नहीं हो सका। उन्होंने बताया कि इस मामले में मैं दो बार खेल मंत्री से भी मुलाकात करने गईं लेकिन दोनों ही बार मुलाकात नहीं हो पाई।
बता दें कि 2017 में प्रिया ने आखिरी बार किसी प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। प्रिया की लचर आर्थिक स्थिती का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके पास अपनी खुद की राइफल तक नहीं है लेकि बावजूद इसके गरीब कभी उनकी प्रतिभा के आड़े नहीं आई। साल 2017 तक वह एनसीसी कैडेट थी उन्हें राइफल मिली हुई थी। इसके बाद उनका एनसीसी से फेयरवेल हो गया और गन भी नहीं रही। रक्षा मंत्री अवॉर्ड और प्रतिष्ठित गवर्नर्स मेडल जीत चुकीं प्रिया को इसी साल जनवरी में जूनियर वर्ल्ड कप का प्रतिनिधित्व करने वाले भारतीय दल में चुना गया था। वहीं 2014 से 2017 के बीच प्रिया कुल 17 मेडल्स जीत चुकी हैं।