पटना,14 फरवरी। बिहार में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अभिभावक संघर्ष समिति के द्वरा आज पटना की सडकों पर आक्रोश मार्च निकाला गया। शिक्षा के व्यवसायीकरण के खिलाफ 'जागो' के तत्वावधान में छात्र-अभिभावक संघर्ष समिति के द्वारा इस दौरान प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ प्रदर्शन किया गया और जमकर नारेबाजी भी की गई।
राजधानी पटना की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि शिक्षा माफिया ही कारण है कि प्राइवेट स्कूलों की मनमानी आज भी जारी है। ऑन लाइन क्लास के नाम पर पैसे की वसूली जारी है। आक्रोश मार्च के दौरान छात्र-अभिभावक समिति के सदस्यों ने कोरोना काल के दौरान 60 फीसदी फीस माफ किए जाने और सभी प्राइवेट स्कूलों पर लगाम कसने की मांग सरकार से की। मांग पूरी नहीं होने पर समिति के सदस्यों ने आंदोलन को तेज करने की धमकी दी है। यहां बता दें कि देश के अन्य राज्यों की तरह कोरोना काल के तीन महीने के फीस की माफी की बात कही गई थी।
लेकिन उस दौरान का भी फीस स्कूल संचालकों के द्वारा वसूल लिया गया। लेकिन सरकार ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नही कर सकी। यही नही अब फीस जमा नही करने पर बच्चों को ऑन लाइन क्लास से वंचित करने तथा परीक्षा से बाहर रखने की धमकी भी दी जा रही है। जबकि सरकार ने यह कहा था कि फीस नही जमा करने पर बच्चों को क्लास और परीक्षा से वंचित नही किया जा सकता है। बावजूद इसके प्राइवेट स्कूलों का मनमानापन जारी है। इससे नाराज अभिभावकों ने आज पटना की सडकों पर उतरना उचित समझा।