प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "सरकारी कामों की क्वालिटी को देखने के लिए अचानक ड्रोन भेज देता हूं", ओवैसी ने कहा, "मोदी जी एक ड्रोन अरुणाचल भेज दीजिये, जहां आपके जिगरी यार जिनपिंग भाई...."
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 27, 2022 07:28 PM2022-05-27T19:28:20+5:302022-05-27T19:36:23+5:30
प्रधानमंभी नरेंद्र मोदी ने ड्रोन महोत्सव-2022 का उद्घाटन करते हुए कहा कि जब मुझे कहीं सरकारी कामों की क्वालिटी को देखना होता है तो मैं अचानक ड्रोन भेज देता हूं और किसी को पता भी नहीं चलता कि मैंने सारी जानकारी ले ली है। इस बात को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भारी तंज किया है।
दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को प्रगति मैदान में ड्रोन महोत्सव-2022 का उद्घाटन किया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने एक ऐसी बात कह दी कि जिस पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भारी तंज कर दिया।
दरअसल प्रधानमंभी नरेंद्र मोदी ने ड्रोन महोत्सव-2022 का उद्घाटन करते हुए कहा कि वो खुद कामों की निगरानी ड्रोन के जरिये करते हैं। उन्होंने कांर्यक्रम में कहा, "जब मुझे कहीं सरकारी कामों की क्वालिटी को देखना होता है तो मैं अचानक ड्रोन भेज देता हूं और किसी को पता भी नहीं चलता कि मैंने सारी जानकारी ले ली है।"
अब पीएम मोदी के इसी बयान पर चुटकी लेते हुए हैदराबाद के सांसद और एआईएमआईएम के प्रमुख अवौसी ने ट्विटर पर एक टीवी चैनेल के उस क्लीप को साझा किया है, जिसमें पीएम मोदी यह बात कर रहे हैं और साथ ही जोरदार तंज कसते हुए ओवैसी ने ट्विटर पर लिखा है, "मोदी जी एक ड्रोन अरुणाचल भेज दीजिये, जहां आपके जिगरी यार जिनपिंग भाई ने भारत की ज़मीन पर अपनी कॉलोनी बना ली है और एक ड्रोन लद्दाख भी भेजिए और देखिये कि कैसे चीन हमारे पांगोंग त्सो झील पर पुल बना रहा है। ज़रा अपना ड्रोन हॉट स्प्रिंग, देमचोक भी तो भेजिए।"
मोदी जी एक ड्रोन अरुणाचल भेज दीजिये, जहाँ आपके जिगरी यार Xi भाई ने भारत की ज़मीन पर अपनी कॉलोनी बना ली है। और एक ड्रोन लद्दाख भी भेजिए और देखिये कि कैसे चीन हमारे पांगोंग त्सो झील पर पुल बना रहा है। ज़रा अपना ड्रोन हॉट स्प्रिंग, देमचोक भी तो भेजिए। https://t.co/n69Riv21Li
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 27, 2022
बीते दिनों ज्ञानवापी मस्जिद विवाद में मुखर होकर मुस्लिम पक्ष की वकालत कर रहे ओवैसी इन दिनों केंद्र सरकार पर वैसे भी काफी हमलावर हैं। इससे पहले ओवैसी ने हिंदू पक्ष द्वारा ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में शिवलिंग होने के दावे का विरोध करते हुए ट्वीट करके कहा था कि ज्ञानवापी मस्जिद थी, और क़यामत तक रहेगी इंशा’अल्लाह।
इसके अलावा ओवैसी ने ज्ञानवापी मस्जिद विवाद के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था कि केंद्र सरकार महंगाई, बेरोजगारी और गरीबी के भयानक आंकड़ों से देश की जनता को दूर करने के लिए यह साजिश कर रही है।
ओवैसी ने यह भी कहा था कि ज्ञानवापी मस्जिद मामले में प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 लागू होता है तो इस मामले में केंद्र को स्पष्ट नीति के साथ सामने आना चाहिए और इस विवाद को खत्म किया जाना चाहिए लेकिन केंद्र सरकार ज्ञानवापी विवाद को वोट के चश्मे से देख रही है और इसक कारण वो इस मामले को और शह देने का काम कर रही है।