प्रधानमंत्री ने डीयू के तीन भवनों की आधारशिला रखी, कहा- जिसके पास ज्ञान है वही सुखी है, वही बलवान है

By अनिल शर्मा | Published: June 30, 2023 12:32 PM2023-06-30T12:32:36+5:302023-06-30T12:50:52+5:30

प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए मेट्रो की सवारी की। उन्होंने लोक कल्याण मार्ग मेट्रो स्टेशन से दिल्ली विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन तक का सफर तय किया। इस दौरान प्रधानमंत्री को यात्रियों से संवाद करते देखा गया।

Prime Minister laid the foundation stone of three buildings of Delhi University | प्रधानमंत्री ने डीयू के तीन भवनों की आधारशिला रखी, कहा- जिसके पास ज्ञान है वही सुखी है, वही बलवान है

तस्वीरः ANI

Highlights प्रधानमंत्री ने कहा कि निष्ठा धृति सत्यम्, विश्वविद्यालय का ये ध्येय वाक्य अपने हर एक छात्र के जीवन में मार्गदर्शक दीपक की तरह हैएक समय था जब दिल्ली यूनिवर्सिटी में सिर्फ 3 कॉलेज थे, अब 90 से ज्यादा कॉलेज हैंः पीएम मोदीअब तब छह लाख से अधिक विद्यार्थी दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय से डिग्री प्राप्‍त कर चुके हैं

नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय के शताब्‍दी समारोह समापन कार्यक्रम में हिस्सा लिया और इस दौरान दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय कंप्‍यूटर सेंटर, प्रौद्योगिकी संकाय भवन और अकादमिक ब्‍लॉक की आधारशिला रखी। ये भवन विश्‍वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस में बनाए जाएंगे। पीएम मोदी डीयू पहुंचने के लिए दिल्ली मेट्रो की सवारी की। आधारशिला रखने से पहले उन्होंने विश्वविद्यालय के अब तक के सफर पर आधारित एक प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि निष्ठा धृति सत्यम्, विश्वविद्यालय का ये ध्येय वाक्य अपने हर एक छात्र के जीवन में मार्गदर्शक दीपक की तरह है... जिसके पास ज्ञान है वही सुखी है, वही बलवान है। वास्तव में वही जीता है जिसके पास ज्ञान है। उन्होंने आगे कहा कि एक समय था जब दिल्ली यूनिवर्सिटी में सिर्फ 3 कॉलेज थे, अब 90 से ज्यादा कॉलेज हैं। एक समय था जब भारत नाजुक अर्थव्यवस्थाओं की सूची में आता था और आज ये दुनिया के शीर्ष 5 अर्थव्यवस्था में है। आज DU में पढ़ने वाली लड़कियों की संख्या लड़कों से ज्यादा है। इसी तरह देश में भी जेंडर अनुपात में काफी सुधार आया है। पीएम मोदी ने कहा, शिक्षण संस्थान की जड़ें जितनी गहरी होती हैं, देश की शाखाएं उतनी ही ऊंचाइयों को छूती हैं।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि 2014 में QS वर्ल्ड रैंकिंग में भारत के केवल 12 विश्वविद्यालय होते थे मगर आज ये संख्या 45 हो गई है। हमारे शिक्षण संस्थान दुनिया में अपनी अलग पहचान बना रहे हैं। हमारे संस्थान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, छात्र संकाय अनुपात और प्रतिष्ठा, सभी में तेजी से सुधार कर रहे हैं। बकौल पीएम मोदी- आज देश भर में बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय, कॉलेज बनाए जा रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में IIT, IIM, NIT, AIIMS जैसी संस्थाओं की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हुई है। ये सभी संस्थान नए भारत के निर्माण खंड बन रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 25 साल बाद जब देश अपनी आजादी के 100 वर्ष पूरे करेगा तब DU अपनी स्थापना के 125 वर्ष मनाएगी। तब हमारा लक्ष्य भारत की स्वतंत्रता था। अब हमारा लक्ष्य 2047 तक विकसित भारत का निर्माण है। पिछली शताब्दी के तीसरे दशक ने स्वतंत्रता संग्राम को नई गति दी थी, अब इस शताब्दी का ये तीसरा दशक भारत की विकास यात्रा को नई रफ्तार देगा

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए मेट्रो की सवारी की। उन्होंने लोक कल्याण मार्ग मेट्रो स्टेशन से दिल्ली विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन तक का सफर तय किया। इस दौरान प्रधानमंत्री को यात्रियों से संवाद करते देखा गया। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘दिल्ली मेट्रो से दिल्ली विश्वविद्यालय के कार्यक्रम के लिए जाते समय। युवाओं को अपने सह-यात्री के रूप में पाकर खुश हूं।’’

प्रधानमंत्री ने अपनी इस यात्रा से जुड़ी तस्वीरें भी ट्विटर पर साझा कीं। दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय की स्‍थापना एक मई 1922 को हुई थी। पिछले 100 वर्षों में विश्‍वविद्यालय का काफी विस्‍तार हुआ है और अब इसमें 90 कॉलेज और 86 विभाग हैं। अब तब छह लाख से अधिक विद्यार्थी दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय से डिग्री प्राप्‍त कर चुके हैं। 

भाषा इनपुट के साथ

Web Title: Prime Minister laid the foundation stone of three buildings of Delhi University

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