प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार के नेतृत्व में कोरोना वैक्सीन की तैयारी, चार मंत्रालयों के लिए बनाई गई हाई पावर कमेटी
By एसके गुप्ता | Published: April 1, 2020 08:07 AM2020-04-01T08:07:10+5:302020-04-01T08:07:10+5:30
प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन के नेतृत्व में कोरोना वैक्सीन बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. अभी तक कोरोना वैक्सीन और बचाव उपकरण बनाने के लिए अलग अलग मंत्रालयों के विभाग लगे हुए है . इन चार मंत्रालयों के अलग-अलग प्रयासों को एकीकृत करते हुए केंद्र ने एक हाई पावर कमेटी बनाई है. जिसका नेतृत्व प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन करेंगे.
प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन के नेतृत्व में कोरोना वैक्सीन बनाने की तैयारी शुरू हो गई है. अभी तक कोरोना वैक्सीन और बचाव उपकरण बनाने के लिए अलग अलग मंत्रालयों के विभाग लगे हुए है . इन चार मंत्रालयों के अलग-अलग प्रयासों को एकीकृत करते हुए केंद्र ने एक हाई पावर कमेटी बनाई है. जिसका नेतृत्व प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन करेंगे. इस कमेटी में नीति आयोग के सदस्य ( स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल भी रहेंगे. इस कमेटी के नेतृत्व में साइंस एवं तकनीकी, रक्षा मंत्रालय, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय और वस्त्र मंत्रालय के विभिन्न विभागों द्वारा कोरोना वायरस से बचाव के लिए तैयार की जा रही वैक्सीन और उपकरणों पर काम होगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि मंगलवार तक देश में 1251 करुणा प्रोजेक्टिव मामले सामने आए हैं. 102 लोगों को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है. करुणा से देश में 32 लोगों की मौत हुई है . पिछले 24 घंटे के दौरान 227 नए करो ना पॉजिटिव मामले आए हैं और 3 मौत करो ना से हुई है . कोरोना से बचाव के लिए केंद्र ने एक हाई पावर कमेटी बनाई है .यह कमेटी विज्ञान एवं तकनीक, बायो टेक्नोलॉजी विभाग, डीआरडीओ, आईआईएस संस्थान, और वस्त्र मंत्रालय द्वारा किए जा रहे कार्यों के बीच आपसी तालमेल स्थापित करेगी . इसके अलावा कोरो ना टेस्ट के लिए बनने वाली सीरोलॉजी किट को लेकर भी यह कमेटी मॉनिटरिंग करेगी. जिससे बाजार में कोरोना टेस्ट के लिए सस्ती और सुलभ किड्स देश में तैयार हो सकेंगी.
15 हजार नर्सों को ट्रेनिंग, 24 घंटे में करुणा का उपचार कैसे करें ईमेल आईडी होगा जारी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि मंत्रालय की वेबसाइट पर दिए गए लिंक से देश में 15000 नर्सों को करोना संक्रमित रोगी की कैसे देखभाल की जाए. उसकी ट्रेनिंग दी गई है. वेबसाइट पर जारी इस लिंक को करीब एक लाख नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ ने देखा है. कोरोना संक्रमित व्यक्ति का उपचार कैसे किया जाए? अस्पतालों के मार्गदर्शन के लिए एम्स का कोविड-19 सेंटर देशभर के अस्पतालों का मार्गदर्शन करेगा. अगले 24 घंटे में सभी अस्पतालों के लिए एक ईमेल आईडी जारी किया जाएगा. जिसके जरिए अस्पताल एम्स से मार्गदर्शन ले सकेंगे.
घरों में बने मास्क को मंजूरी , दवा की नहीं है कमी
लव अग्रवाल ने कहा कि लोग संक्रमण से बचने के लिए घरों में बने मास्क पहन रहे हैं जो सस्ते हैं . घरों में मास्क बना रहे लोग इसे मंजूरी के लिए आईसीएमआर में भेज सकते हैं . जिन्हें टेस्टिंग कर मंजूरी देने की प्रक्रिया चल रही है. उन्होंने कहा कि दबाव को लेकर देश में किसी तरह की कमी नहीं है. लोग जरा भी परेशान ना हो.