पटनाः चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपने जन सुराज यात्रा के दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि वे तेजस्वी प्रसाद यादव की बातों को गंभीरता से नहीं लेते। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव 10 लाख नौकरी की बात करते हैं, उन्हें तो ये भी पता नहीं होगा कि नौकरी देने की प्रक्रिया क्या होती है?
उसके लिए बजट से लेकर दूसरे किन चीजों की जरूरत है? उन्होंने कहा कि रही बात नीतीश कुमार की तो वे भरी दोपहरी में लोगों की आंखों में धूल झोंक रहे हैं। किशोर ने कहा कि नीतीश 10 लाख नौकरी देने की बात कर रहे हैं, जबकि हकीकत यह है कि केंद्र सरकार अगर पैसा देना बंद कर दे तो बिहार में शिक्षकों को वेतन नहीं मिल पायेगा।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को कोई समझ नहीं है। उन्हें किसी सलाहकार ने लिख कर दे दिया होगा कि 10 लाख नौकरी देंगे तो उसी को दोहरा रहे हैं। बाकी उन्हें नौकरी देने से लेकर उसके लिए पैसे का इंतजाम करने के बारे में कोई जानकारी नहीं होगी। 2020 में उन्होंने कह दिया कि बिहार के सारे नियोजित शिक्षकों को नियमित वेतन दे देंगे।
हालत यह है कि पहले से नियुक्ति शिक्षकों को मानदेय देने में 6 महीने लग रहे हैं। तेजस्वी कहते थे कि शिक्षकों के सारे खाली पद भर देंगे। अब रोज टीईटी पास लड़के-लड़कियां आंदोलन कर रही हैं और सरकार उन्हें पिटवा रही है। इस दौरान पीके ने लोगों से कहा कि अगर नेता काम नहीं कर रहे हैं, आपकी खोज खबर नहीं ले रहे हैं, वो इतने बुरे हैं तो आखिर वो बार-बार आपका वोट कैसे पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आपकी आंख में पट्टी नहीं लगी है। आप समझिए कि यहां आपके बच्चे के शरीर पर कपड़े नहीं है, घर में खाने के लिए अनाज है। सुविधा और रोजगार नहीं है। अगर आपको अपने भविष्य की चिंता नहीं है, तो कम से कम अपने बच्चों की परवाह कीजिए, नहीं तो आप जैसी दुर्गति से उन्हें भी पूरा जीवन गुजारना होगा।
उन्होंने कहा कि अगर बिहार के नेता आपको बेवकूफ़ बना रहे हैं, तो आप भी तो बेवकूफ़ बनने के लिए तैयार बैठे हैं। एक तरफ आप शिकायत करते हैं कि नेता हमारे लिए ना कुछ काम करते हैं, बुरी परिस्थितियों में मिलने तक नहीं आते हैं, दूसरी तरफ चुनाव के वक़्त आप अपना हित ना देख कर जाति, धर्म, पाकिस्तान हिंदुस्तान के नाम पर उन्हें दोबारा जीता देते हैं।
प्रशांत किशोर ने पूछा कि अगर कोई सांसद, विधायक काम नहीं कर रहा, तो वो 3 से चार बार कैसे चुनाव जीत रहा है। उन्होंने कहा कि राजद और उसके नेता का विकास की बात करना सबसे बड़ा मजाक है। जिस पार्टी ने 15 साल बिहार में राज कर इस राज्य को रसातल में पहुंचा दिया और गर्त में मिला दिया वह विकास की बात कर रही है। तब तो देश की हर राजनीतिक पार्टी कह सकती है कि हमने विकास किया। चूंकि किसी तरह से जनता को ठगना है, इसलिए राजद जैसी पार्टी भी विकास की बात कर रही है।