Prashant Kishor: कांग्रेस में शामिल नहीं होंगे प्रशांत किशोर, पार्टी में शामिल न होने की बताई ये वजह
By रुस्तम राणा | Published: April 26, 2022 04:38 PM2022-04-26T16:38:30+5:302022-04-26T17:07:10+5:30
प्रशांत किशोर ने कहा कि मेरे विचार में सांगठनिक समस्याओं को सुधारों के जरिए ठीक करने के लिए पार्टी को मुझसे ज्यादा नेतृत्व और सामूहिक इच्छाशक्ति की आवश्यकता है।
नई दिल्ली: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोरकांग्रेस पार्टी में शामिल नहीं होंगे। मंगलवार को उन्होंने एक ट्वीट में कहा, मैंने ईएजी के हिस्से के तौर पर पार्टी में शामिल होने की कांग्रेस की पेशकश को अस्वीकार कर दिया है और चुनावों के लिए जिम्मेदारी ली है। मेरे विचार में सांगठनिक समस्याओं को सुधारों के जरिए ठीक करने के लिए पार्टी को मुझसे ज्यादा नेतृत्व और सामूहिक इच्छाशक्ति की आवश्यकता है।
I declined the generous offer of #congress to join the party as part of the EAG & take responsibility for the elections.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) April 26, 2022
In my humble opinion, more than me the party needs leadership and collective will to fix the deep rooted structural problems through transformational reforms.
इससे पहले कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट में लिखा, प्रशांत किशोर की ओर से दी गई एक प्रस्तुति और उनके साथ विचार-विमर्श करने के बाद पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक एम्पावर्ड एक्शन ग्रुप (ईएजी) 2024 का गठन किया था। इस समूह के हिस्से के तौर पर परिभाषित जिम्मेदारी के साथ शामिल होने का निमंत्रण दिया गया था, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया है। हम पार्टी के लिए उनके प्रयासों और सुझावों की सराहना करते हैं।
Following a presentation & discussions with Sh. Prashant Kishor, Congress President has constituted a Empowered Action Group 2024 & invited him to join the party as part of the group with defined responsibility. He declined. We appreciate his efforts & suggestion given to party.
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 26, 2022
बता दें कि चुनावी रणनीतिकार के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर अंतर्विरोध पहले ही नजर आ रहा था और आज इस पर स्थिति साफ हो गई। हालांकि प्रशांत किशोर की कंपनी I-PAC के तेलंगाना राष्ट्र समिति के साथ किए गए करार को भी दोनों के बीच वार्ता टूटने की अहम कारण माना जा रहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रशांत किशोर को कांग्रेस में शामिल करने और उनके 2024 के लिए मिशन के प्रस्तावित विजन को आगे बढ़ाने पर विचार करने के लिए समिति का गठन किया था।