आचार्य प्रमोद कृष्णन ने उपचुनाव में भाजपा की जीत को बताया 'धर्म' की जीत, बोले- "विपक्षी दलों को गंभीर चिंतन की जरूरत"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 6, 2022 04:54 PM2022-11-06T16:54:05+5:302022-11-06T16:58:24+5:30
कांग्रेस के आचार्य प्रमोद कृष्णन ने उपचुनाव में यूपी, ओडिशा, हरियाणा और बिहार के एक सीट पर भाजपा को मिली जीत को सीधे 'धर्म' से जोड़ते हुए विपक्ष को चिंतन की सलाह दी है।
दिल्ली:कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने देश के छह राज्यों के कुल सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा की जीत पर विपक्षी दलों को आत्ममंथन करने की सलाह दी है। कृष्णन ने यूपी, ओडिशा, हरियाणा और बिहार के एक सीट पर भाजपा को मिली जीत को सीधे 'धर्म' से जोड़ते हुए विपक्ष को चिंतन की सलाह दी है।
प्रमोद कृष्णन ने कहा कि 6 राज्यों की 7 सीटों पर हुए उपचुनाव में 4 सीटों पर अकेले भाजपा को जीत मिली है, उससे समझा जा सकता है कि देश में आज भी मतदाताओं का झुकाव भाजपा की ओर है और उसका सबसे बड़ा कारण धर्म है। इसलिए कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों को इन चुनाव परिणामों की गंभीरता से व्याख्या करने की जरूरत है।
इस संबंध में प्रमोद कृष्णन ने ट्वीट करके कहा, "उपचुनाव में भाजपा की जीत “धर्म”की जीत है, 2024 लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष को "गम्भीर" चिंतन की ज़रूरत है।"
उपचुनाव में भाजपा की जीत “धर्म”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) November 6, 2022
की जीत है,
2024 लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष को “गम्भीर” चिंतन की ज़रूरत.
देश में आज उत्तर प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, हरियाणा और बिहार में विधानसभा उपुनाव के नतीजे आये। बिहार को छोड़कर सभी प्रदेशों में एक-एक सीट पर उपचुनाव हुए थे। वहीं बिहार में दो सीटों गोपालगंज और मोकामा पर यह चुनाव संपन्न हुए थे।
इसमें तेलंगाना और महाराष्ट्र को छोड़ दें तो लगभग सभी जगहों पर भाजपा की स्थिति मजबूत बनी रही। भाजपा के लिए सबसे आश्चर्यजनक परिणाम ओडिशा से रहा, जहां की धामनगर सीट भाजपा के खाते में गई। उसके अलावा तेलंगाना और महाराष्ट्र के उपचुनाव में भाजपा बेअसर दिखाई दी।
तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस और महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने जीत दर्ज की। विस्तृत परिणाम की बात करें तो बिहार के मोकामा में राजद, गोपालगंज में भाजपा, उत्तर प्रदेश के गोला गोकर्णनाथ में भाजपा, हरियाणा के आदमपुर में भाजपा, ओडिशा के धामनगर में भाजपा, तेलंगाना के मुनुगोडे में टीआरएस और महाराष्ट्र (मुंबई) के अंधेरी ईस्ट में शिवसेना (ठाकरे गुट) ने जीत दर्ज की है।
वैसे अगर 6 राज्यों में संपन्न हुए उपचुनाव के बारे में बात की जाए तो इसमें कोई ऐसा राज्य नहीं था, जहां पर कांग्रेस की सरकार हो। ज्यादातर सूबों में क्षेत्रीय दलों की मजबूत दावेदारी के कारण कांग्रेस द्वारा इन सीटों पर हुए उपचुनावों को महज रस्म अदायगी के तौर पर देखा जा रहा था लेकिन बतौर राष्ट्री पार्टी अकेले भाजपा में इन चुनावों में दम ठोंकती हुई नजर आ रही थी।